मतदान (दोहे)
हम सबका अधिकार यह, करना है मतदान।
मत चूको इससे कभी, इसमें अपनी शान।।
आजादी प्यारी हमें, फिर क्यों खाएँ चोट।
नेता अपना वो नहीं, जिसमें कोई खोट।।
अंग्रेजों ने जो किया, माना वो थी भूल।
आते जब भी याद वो, हिय में चुभते शूल।।
पुनः न हो गलती वही, रखना इसका ध्यान।
नेता सम श्री राम हो, वैसा ही मतदान।।
हमको चुनना है उसे, जो दिल से हो नेक।
निर्णय का दमदार हो, दे सबको वह टेक।।
कहते हैं सज्जन सभी, नेता वही महान।
रखे वतन की लाज भी, कर्मों से धनवान।।
मतदाता को चाहिए, ऐसा करे चुनाव।
नेता भी उत्तम मिले, हो सेवा का भाव।।
करे नहीं मतदान जो, नादां हैं वो लोग।
नासमझी का है उन्हें, देखो कैसा रोग।।
...........................................................
देवेश दीक्षित
©Devesh Dixit
#मतदान #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry
मतदान (दोहे)
हम सबका अधिकार यह, करना है मतदान।
मत चूको इससे कभी, इसमें अपनी शान।।
आजादी प्यारी हमें, फिर क्यों खाएँ चोट।