White देह बचना चाहती है,
रूह बचके निकल लेती है,
मौत,खौफ,सोग और क्या है?
गजब अंदर की लौ का शौक,
गजब बाहर की लौ पर रोक,
न देखना और न दिखना,
खासा संयोग और क्या है?
जो जीते सोग मनाते उन खातिर,
जो न ढाढ़स भी बंधा पायें हो जाहिर,
हाजिर की तो बात ही न,
आंसू -उपयोग क्या है?
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#मौत और मातम