हर रोज हर पल उम्मीद पैदा करनी पड़ेगी, कभी कभी हम सोचते है यही आखरी है इस से बड़ी मुसीबत क्या होगी मेरे जीवन में मर जाना ही ठीक है अब, लेकिन जैसे ये समय बीतेगा और फिर कभी इस बुरे समय को याद करोगे तो पाओगे अच्छा हुआ मैंने कोई गलत कदम नहीं उठाया, बस वो समय बुरा था जीवन नही, अगर बुरा समय लंबा भी चलता है तो चलने दो जिंदा हो तो कुछ हल निकाल सकते हों जिसे देख के कोई और सिख ले की मार जाना ही कोई आखरी रास्ता नहीं होता, हमे हिम्मत रखनी होगी इंसान हिम्मत रखने और मुसीबतों का हल निकालने के लिए बना है ताकि जो