सुनो समुद्र!
तुम्हारे खारेपन में
जीवन का स्वाद हो सकता है
किन्तु जीवन बिल्कुल नहीं
जीवन तो मिठास में है
जो नदियों की कोख में जन्मता है
विश्व की तमाम सभ्यताएं
तुम्हारे खारेपन से नहीं
नदी की मिठास से तृप्त हैं।
Dr.Pratibha singh
©Dr.Pratibha Singh
#Ocean