सुकून है, खामोशी है मुहब्बत के बाद।
लफ्ज सारे खो गए हैं मुहब्बत के बाद।।
आँखों में ख्वाब है और होठों पर गीत।
दिल में गुदगुदी-सी है मुहब्बत के बाद।।
हवाओं में खुशबू है और फूलों में रंग।
बहके-बहके रहते हैं मुहब्बत के बाद।।
दिन का सुहानापन, रात की मादकता।
एहसासों का दौर है मुहब्बत के बाद।।
मिलन की मस्ती है, खुशियों की बस्ती है।
अजीब-सी दीवानगी है मुहब्बत के बाद।।
ये तो उसकी बात है अभिषेक तू अपनी बता।
उसकी यादों की महफिल है मुहब्बत के बाद।।
-✍️ अभिषेक यादव
©Abhishek Yadav
#brokenlove