जीत
खुद से ही जीतने की जिद्द बना तू
हर मुश्किल से कर डटकर सामना तू
तोड़ दे पैरों की हर बेड़ियां तू
मुश्किल है मगर नामुमकिन नहीं
दिखा उन आंधियों को टुटी हुई बेड़ियां
दे रही जो चुनौतियां तुझे
हार मानूंगा नहीं जता दे उन्हें
जो धिक्कार रहे थे तेरी जमींर को
मायूस मत हो वजूद तेरा छोटा नहीं
तु वो कर सकता है जो किसी ने सोचा नहीं
दुनिया की औकात नहीं जो तुझे उड़ने से रोके
कैद है तू अपने ही नजरिए के पिंजरे में
©Deepika Yadav
खुद से ही जीतने की जिद्द बना तु