White मेरी रूह का ठिकाना है आजकल मेरा हर हाल है,
वह लड़की चलता फिरता भोपाल है,
आंखें झील है उसकी, बातें कमाल है,
शामे ढलती हो किनारे पर गंगा के,
वह काशी है बेमिसाल है,
उसकी बातों से चलता है वक्त,
पर उसकी चुपी से थम जाता है,
उससे बातें करता रहूं मैं और दिल थम जाता है,
खिल-खिलाती है उसे तरफ किसी बात पर,
दिल इधर खुशियों से भर जाता है,
वह लड़की खुद में भोपाल है...
- विक्रम
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©VIKRAM RAJAK
#Night bhopal