Black गहरी निशा
खटखट किबाड़
बदली मेरी दिशा
वो पल बनाएं
छल को निश्चल बताएं
उल्टे पन्नों को सुलटाएं
मिटे अक्षरों को लिख जाएं
कल्पनाओं से भी अदभुत
कहानी वो रच जाएं
चिमनी से निकलकर
पल को साथ लेकर
उस धुएं में मिलकर
जो राख बन जाएं
ऐसा स्वपन पुनः लौटकर न आएं ।
©Bhanu Priya
गहरी निशा
खटखट किबाड़
बदली मेरी दिशा
वो पल बनाएं
छल को निश्चल बताएं
उल्टे पन्नों को सुलटाएं
मिटे अक्षरों को लिख जाएं
कल्पनाओं से भी अदभुत