कोई रोज़ की चाह नहीं मुस्कुराने को बस तुम रोज दि | हिंदी विचार

"कोई रोज़ की चाह नहीं मुस्कुराने को बस तुम रोज दिख जाओ वो काफी है। ©Nidhi Dhankhar"

 कोई रोज़ की चाह नहीं
 मुस्कुराने को 
बस 
तुम रोज दिख जाओ 
वो काफी है।

©Nidhi Dhankhar

कोई रोज़ की चाह नहीं मुस्कुराने को बस तुम रोज दिख जाओ वो काफी है। ©Nidhi Dhankhar

तुम 🌹🌺🌼

#roseday

People who shared love close

More like this

Trending Topic