English
Research Scholar ख़ुद की ही खोज में!
क्या तुम्हारा मन नहीं करता कि कुछ बहानों को इस दूरी के बीच मे ले आऊँ और पहुँच जाऊ उस शक्स से मिलने जो बस तुम्हारी एक मुस्कुराहट को देख कर शायद कुछ पल के लिए ये भूल जाए कि वो तंदरुस्त नही। तुम्हारे शरारत भरी बातों को सुनकर वो मजबूर हो जाए हल्की सी शरारत करने को और उस शरारत में ये भूल जाए कि वो तंदरुस्त नही। तुम्हारे स्पर्श को महसूस कर उसके कमजोर पड़े शरीर मे जोश आ जाए और उस जोश में वो ये भूल जाए कि वो तंदरुस्त नही। तुम्हारी बातें सुन कर उसका शांत पड़ा मन चहचाहट से कुछ इस कदर भर जाए कि वो ये भूल जाए कि वो तंदरुस्त नही। क्या तुम्हारा मन नही करता........... चले आओ ना उस शख्स से मिलने को। ©Nidhi Dhankhar
Nidhi Dhankhar
3 Love
चाय जैसे हो तुम मिलते ही सुकून दे जाते हो। पानी जैसे शांत से नजर आते हो। चाय-पती की तरह अपनी बातों से माहौल में एक नया रंग लाते हो। चीनी की तरफ अपनी बातों से मिठास खोल जाते हो। इलायची की तरफ मेरी ज़िंदगी को अपने साथ से महकाते हो। दूध बन कर मेरे गुस्से के उबाल को शांत कर जाते हो। तो सच मे चाय से हो तुम मिलते ही सुकून दे जाते हो। ©Nidhi Dhankhar
5 Love
बिन तेरे ख्यालों के समय की हर घड़ी अधूरी सी लगती है अब तो तेरी मौजूदगी मेरी ज़िंदगी को बड़ी ज़रूरी सी लगती है। ©Nidhi Dhankhar
10 Love
इंतज़ार था एक इज़हार का जो इंतज़ार पूरा हुआ इज़हार हो गया ©Nidhi Dhankhar
17 Love
कोई रोज़ की चाह नहीं मुस्कुराने को बस तुम रोज दिख जाओ वो काफी है। ©Nidhi Dhankhar
11 Love
अकेली नहीं हूँ मैं फिर भी ज़हन में एक अकेलापन दौड़ता है और अब तो ख़्वाबों का हर एक रास्ता मुझे तेरी ओर मोड़ता है। ©Nidhi Dhankhar
12 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here