मेरी आखों के किनारे इतने नम तो न थे
दिल में मेरे कभी इतने ज़ख़म तो न थे,
सोची थी तेरे साथ में पूरी जिंदगी हमनें,
तेरे साथ गुज़ारने दिन इतने कम तो न थे,
ये जो शक्स तनहा खड़ा है कोई और है,
वरना मेरे यार कभी भी ऐसे हम तो न थे
-कृष्णामरेश
©Amresh Krishna
#GoldenHour