अभी मौन है मेरी कलम
अभी शांत हैं मेरे शब्दकोष
अभी एकाग्र है मेरे चित्त
अभी गुमसुम हैं मेरी उंगलियां
अभी चिंतनशील है मेरे मस्तिष्क पटल
हां मैं मौन हुई हूं ,मृत नहीं।
जल्द लौटूंगी,,,,
अपने अन्नत शब्दों की पाठशाला के साथ
मैं लौटूंगी अपनी काव्य दुशाला के साथ
हृदय पर सुशोभित काव्य माला के साथ
तीखे व्यंग्य की घनघोर हाला के साथ
आलोचनाओं पर लगाती हुई ताला के साथ
विभत्स शब्दों पर लगाती हुई भाला के साथ
माना कि मैं हो चुकी हूं अब पुरानी
मगर मेरे काव्य लौटेंगे शब्द आला के साथ।
हर्षा मिश्रा
शिक्षिका
अर्थ:::;
पाठशाला - विद्यालय
दुशाला - चादर
हाला - शराब
भाला - एक प्रकार का हथियार
आला - ताजा
©harsha mishra
Kumar Shaurya प्रशांत की डायरी अब्र (Abr) Gautam #शुन्य राणा shivom upadhyay Anshu writer Banjara विवेक ठाकुर 'शाद' शब्दरत्न कवि सम्मेलन Rana ji (cute fauji) Rakhee ki kalam se प्रशांत की डायरी Sharad SP Jain