White मां
लिपट गले से प्रेम लता सी
जब घुटने के बल जाती थी
कितना सुन्दर था वो पल
मां जब करीब आती थी
चुम चुम कर मेरा मुखड़ा
कितना प्यार जतातीं थी
कस कर मुझको भुजबंध में
जैसे सपनों में खो जाती थी
कहां मिलता है लाड़ किसी से
ऐसा जैसा तुम जताती थी
हैअनमोल प्यार तुम्हारा मां
जो तुम से हीं मिल पाई थी
नहि फर्क करती रंग रुप का
ना भेद कोई मन में तेरे
बलिहारी जाती तू तो मां
हर भोली बातों पे मेरे
@सविता 'सुमन'
©Savita Suman
#mothers_day #मां