किसी की भी हिमाकत नजरंदाज करने का मिजान नहीं है जानबूझकर किए जाने वाले गुनाहों में माफी का स्थान नहीं है स्वभाव नहीं सलूक का सही होना जरूरी है बेबस कमजोरी का मुजरा करना किस की मजबूरी है बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla मिजान ख़्वाबों की दुनिया मañjü pãwãr Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto