हर रोज चुपके से निकल आते है नये पत्ते यादो के दरख् | हिंदी Shayari Vid

"हर रोज चुपके से निकल आते है नये पत्ते यादो के दरख्तो मे मैने कभी पतझड़ नही देखा ©Aarohi yadav "

हर रोज चुपके से निकल आते है नये पत्ते यादो के दरख्तो मे मैने कभी पतझड़ नही देखा ©Aarohi yadav

#Leave @sahib @Yadav Ravi @Sandip rohilla @B Ravan

People who shared love close

More like this

Trending Topic