"Beautiful Moon Night मेरी नींद को थपकियों से सहलाने आए,
ये झोके उसकी याद दिलाने आए
मेरे सपने परेशान कहीं दूर जा बैठे
कुछ एहसास उसके फिर मेरे सिरहाने आए
जब भी वीरान रातों में सिसकियां रोई
कुछ अश्क मुझे फिर से नहलाने आए
छत पे यादें उसके प्यार कि दौड़ती रही शब भर
सुबह भौंरे बहार के मुझे बुलाने आये
शब भर आंचल को थामकर खेलता रहा
जैसे कि बचपन के सारे यार छुपने छुपाने आए
मेरी नींद को थपकियों से सहलाने आए,
ये झोके उसकी याद दिलाने आए
राजीव
©samandar Speaks
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