White 1. सावन आए हरियाली छाए ठंडी ठंडी पड़े फुहार।
मन हर्षाये, खुशियां लाए सायं सायं चले बयार।
2. प्रकृति पर यौवन छाया करने लगी खूब सिंगार।
जीव जगत और वनस्पति पर प्रकृति लुटवाये प्यार।
3.कोमल कोंपल छटा निराली कोयल गाए गीत मल्हार
कहीं पर बच्चों की टोली करे उछलकूद मारे किलकार
4.कहीं पर झूले कहीं पर गिद्दा लोग मनाए तीज त्यौहार
कहीं गुलगुले कहीं पकोड़े मालपुआ की उठी महकार
5. झूले डालने के लिए होतीबच्चों में ये ही
उठ सवेरे भाग जाते थे मेरी डार ये मेरी डार।
6. लेकिन यह सब अब दिखता है कविताओं में मेरे यार
क्योंकि मानव ने कर डाली पेड़ों की हत्याएं बेशुमार
7. कभी बवंडर कभी जलजला प्रकृति लाती हर बार
कहीं पर फट जाते हैं बादल कहीं पड़े सुखा लगातार
8. लाखों लोगों का लुट जाता धन माल और सब घर बार
तब भी मानव नहीं समझताउसको है पैसों से प्यार।
9. चंद पैसों की लालच में आकर मत कर प्रकृति पर वार
पेड़ों से भी कर लो तुम अपने बच्चों की तरह दुलार।
10. पेड़ बचा लो पेड़ लगा लो 'विद्रोही' की यही पुकार।
फिर से सावन आ जाएगालेकर खुशियां कई हजार।
..... V J Vidrohi
©Vijay Vidrohi
#viral #my #Love #shayri #Nature #Dil #Life #Pyar #savetrees @Nijam @Kapilkumar Kumar @Avni R Lahariya @NRS_BaBa @Salma I love you