क्यों व्यथित है ,मन मेरा क्यों पिरो रहा है,ह्रदय ! | हिंदी कविता Video

"क्यों व्यथित है ,मन मेरा क्यों पिरो रहा है,ह्रदय ! क्यों हो रहा है ,संघर्ष हृदय या मन में ? कुछ मन कि , न मानी, या हृदय कि ! ये गजब कि है ,विडंबना क्यों हो रहा है , विचलित मन या हृदय ? मैं दूर जाता हूं,दोनों से ! खींच लाते हैं, बार -बार ये परिस्थिया उलझाती है डगमगाती है ! मेरे हृदय और मन को, अघात पहुंचाती है ! ©बद्रीनाथ✍️ "

क्यों व्यथित है ,मन मेरा क्यों पिरो रहा है,ह्रदय ! क्यों हो रहा है ,संघर्ष हृदय या मन में ? कुछ मन कि , न मानी, या हृदय कि ! ये गजब कि है ,विडंबना क्यों हो रहा है , विचलित मन या हृदय ? मैं दूर जाता हूं,दोनों से ! खींच लाते हैं, बार -बार ये परिस्थिया उलझाती है डगमगाती है ! मेरे हृदय और मन को, अघात पहुंचाती है ! ©बद्रीनाथ✍️

#KhoyaMan @Rupam Rajbhar @deepshi bhadauria संजय श्रीवास्तव @suman kadvasra

People who shared love close

More like this

Trending Topic