White तन्हाइयों से अपनी उकता गया हूँ मैं
यूँ ही चलते चलते कहाँ आ गया हूँ मैं
ये सफ़र ए ज़िंदगी और इसमें शामिल लोग
सोचकर सबके बारे में घबरा गया हूँ मैं
उसने भी किये वादे औरों की तरह लेकिन
इस बार भी एक और फरेब खा गया हूँ मैं
ज़माने की तरह तुमको मज़ा आयेगा बहुत
लेकर के अपनी दास्ताँ लो आ गया हूँ मैं
उसको देखे बिना ही हम शर्त लगा बैठे
नतिजतन ये दिल हार के आ गया हूँ मैं
इल्ज़ाम देने वाला अब माफ़ी को कहता है
पहले ही जिसे माफ़ करके आ गया हूँ मैं
मौला जो तूने बाज़ुओं में कुव्वत अता करदी
बन कर के कहर दुश्मनो पर आ गया हूँ मैं
हैरत में हूँ मुझमें तो ऐसी बात नहीं मोहसिन
बेशक दुआ का असर है जो छा गया हूँ मैं।
मोहसिन उत्तराखंडी।
©Mohsin Uttarakhandi
#Romantic