White एक बूढ़ा बाघ,एक लोभी आदमी, एक सोने का कंगन,
लोभ फिर भी ठीक है,लोभी मरता है,
एक अकेला लोभी मरता है,पर मोह?
मोह महाभारत करवा देता है,
कितने ही लोग मरते हैं एक के मोह में,
और सामने लोभ के साधन जैसा,
जैसे सोने का कंगन,
कुछ दिखाई नहीं पड़ता है,
मोह तो बस मोह है,
उससे परे होना काया -नाश के बाद भी संभव नहीं है,
हालात के मद्देनजर कुछ ऐसी ही सामान्य सोच बन रही है।
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#मोह लोभ से भी बड़ा पाप है, अपराध है।