जब भी देखता हूं किसी को पाते हुए अपनी मंज़िल,
देखकर उन्हें नाकामइयो को हरा कर आगे बढ़ते और पाते अपनी मंज़िल,
खुशी से झूम उठता है मेरा दिल,
और खुशी के आंसू कह जाते हैं मुझसे,
कि तू भी है काबिल, तू भी पाएगा अपनी मंज़िल,
क्योंकि तूने हार नहीं है मानी,
और तुझमें हुनर की बेशुमार दौलत है अभी भी बाकी,
बस तू आगे बढ़ता चल,
तुझे अपनी मंज़िल जो है पानी।।
©Akhil Kael
god bless everyone #traintrack