पहले कट्टा, चाकू, लाठी, फरसा लेकर डकैती डाली जाती थी.....
अब डकैतों ने चेहरा बदल लिया है।।।।।।।।।।
मात्र तीन साल में
47% यानी लगभग आधा भारत लुट चुका,
लेकिन एसी में बैठे लोग रोते नहीं दिख रहे........
पर रोती हैं उनकी आत्माएं
जिन्होंने तपती धूप में मजदूरी करके पैसा कमाया होगा
जिन्होंने कई किलोमीटर पैदल चल के पैसा बचाया होगा
जिन्होंने बेटी की शादी के लिए पाई जोड़ी होगी
जिन्होंने बच्चे की फ़ीस का पैसा सहेजा होगा
और किसी के अस्पताल का बिल भी तो लुटा होगा।।।।।।।
टेक्नोलॉजी की दुनिया को दर्द का आभास कहां????????
हां एक बात और,
ग्लोबलाइजेशन, इंटरनेट और फास्ट टेक्नोलॉजी
हमारी नितांत आवश्यकता थी,
खोज अभी जारी है
मुनाफे और मशीन का साम्राज्य
हरि ॐ
©Ram Yadav
#भारत #अध्यात्म #टेक्नोलॉजी #पर्यावरण