Alone कुछ कर नहीं सकते............ कुछ कह नहीं सकते
बिना तेरे.......तेरी यादों के बिन अब रह नहीं सकते
न सोने का सलीका है.......... न जगने का तरीका है
जुदाई दिल और धड़कन... कभी भी सह नहीं सकते
नदियां और साहिल सा है........... ये तेरा-मेरा रिश्ता
रुकना एक को है...... संग-संग दोनों बह नहीं सकते
धर्मेन्द्र कुमार शर्मा
(9759333632)
©Kavi Dharmendra Kavya
#alone