मातृ भूमि की रक्षा खातिर
अपने जिसने प्राण दिय
डाली जिसने बुरी दृष्टि मातृ भूमि पर
दुश्मन के शीश धड़ से काट दिय ।
©Poet Kuldeep Singh Ruhela
#। मातृ भूमि की रक्षा खातिर
अपने जिसने प्राण दिय
डाली जिसने बुरी दृष्टि मातृ भूमि पर
दुश्मन के शीश धड़ से काट दिय ।