Ashish anupam

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मैं निरंतर उत्साह से चल पाता हर मुश्किल का हल पाता तो फिर चिंता का विषय हि न बनता यदि मैं थोड़ा झुक जाता अहंकार सारा मिट जाता तो फिर चिंता का विषय हि न बनता यदि मैं खुद को थोड़ा घिस जाता घिस पिट के निखर जाता तो फिर चिंता का विषय हि न बनता यदि मैं सबसे ताल मेंल बनाता सच में धरती पर स्वर्ग को पाता तो फिर चिंता का विषय हि न बनता यदि मैं बेतुकी बातो मे न आता तो कभी पछतावा न होता तो फिर चिंता का विषय हि न बनता यदि निजी स्वार्थ से परे पाता तो जिंदगी खुशियां से भर जाता तो फिर चिंता का विषय हि न बनता ©Ashish anupam

 मैं निरंतर उत्साह से चल पाता
 हर मुश्किल का हल पाता
तो फिर चिंता का विषय हि न बनता

यदि मैं थोड़ा झुक जाता
अहंकार सारा मिट जाता
तो फिर चिंता का विषय हि न बनता

यदि मैं खुद को थोड़ा घिस जाता
घिस पिट के निखर जाता
तो फिर चिंता का विषय हि न बनता

यदि मैं सबसे ताल मेंल बनाता
सच में धरती पर स्वर्ग को पाता
तो फिर चिंता का विषय हि न बनता

यदि मैं बेतुकी बातो मे न आता
तो कभी पछतावा न होता
तो फिर चिंता का विषय हि न बनता

यदि निजी स्वार्थ से परे पाता
तो जिंदगी खुशियां से भर जाता
तो फिर चिंता का विषय हि न बनता

©Ashish anupam

#कविता #प्यार #लव #AloneInCity pooja sharma Naresh Singh Thakur kiran kee kalam se Vimlesh Miledar Saroj Ashish Thakur Akela'

9 Love

छोटे-छोटे टुकड़ो के पिस्ते, नयाब हो गये। दो टुकरो के काजू बादशाह हो गये। तमंचा लिए बदाम, मंत्री हो गये। किसमिस ताज महोत्सव में, झूम रहे हैं। मजे से मस्त हैं , होशोहवास में दुरूस्त हैं। छुआरे चमचे बनकर, धौंस जमाये हुए सख्त है। और लगभग इनसे लाचार व बेदर्द होकर सिस्टम के आय से लोट पोट में अस्त व्यस्त हैं। बाकी सारी चीज़ें मोहरा हैं, जो दिखता हरा - भरा है। मनुष्य सिर्फ़ धरा पर गिरा, एक नाचता हुआ लट्टू। हाथ पर बने हुए टट्टू, जो सिर्फ सत्यता से परे हैं‌। पर सत्यता से दूर नहीं, पर सिस्टम से मजबूर हैं। ©Ashish anupam

#प्यार #कविता #सत्ता #findyourself #लव  छोटे-छोटे टुकड़ो के पिस्ते,
नयाब हो गये।
दो टुकरो के काजू
बादशाह हो गये।
तमंचा लिए बदाम,
मंत्री हो गये। 
किसमिस ताज महोत्सव में,
झूम रहे हैं। 

मजे से मस्त हैं ,
होशोहवास में दुरूस्त  हैं।
छुआरे चमचे बनकर,
धौंस जमाये हुए सख्त है।
और लगभग इनसे
लाचार व बेदर्द होकर
सिस्टम के आय से 
लोट पोट में अस्त व्यस्त हैं।

बाकी सारी चीज़ें मोहरा हैं,
जो दिखता हरा - भरा है।
मनुष्य सिर्फ़ धरा पर गिरा,
एक नाचता हुआ लट्टू।
हाथ पर बने हुए टट्टू,
जो सिर्फ सत्यता से परे हैं‌।
पर सत्यता से दूर नहीं,
पर सिस्टम से मजबूर हैं।

©Ashish anupam

#सत्ता #findyourself #लव #प्यार RAHUL Nitin GUPTA Love Priyanka Modi memes Serise Nitesh Rajak

10 Love

यदि आप कामयाब हैं तों उसका श्रेय परिवार के साथ- साथ उन तमाम लोगों को जाता है। जिसने आपको मौका दिया। जिसने हर सम्भव सहायता किया न कि सिर्फ परिवार को क्योंकि परिवार सिर्फ आपके बारे में सोचते हैं। मगर वे लोग समाज के बारे में सोचते हैं। भले ही इसके बदलें में वो आपसे चंद पैसें लेते हों। ''क्योकि समाज परिवार का वह पूल होता हैं। जिसपे चलकर आप कामयाबी के यूध्दो को जित पाते हैं। युध्दो को जितने से पहले। आप जिनसे- जिनसे मिलें। वो सब आपके कामयाबी का हिस्सा है। आप सिर्फ नायक होते हैं।'' अंत में मैं यही कहूंगा यदि आप इससे सहमत हैं तो कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य देकर उन तमामो लोगों प्रोत्साहित करें क्योंकि इस संसार में आप से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं हैं। ©Ashish anupam

#विचार #समाज #walkingalone #लव  यदि आप कामयाब हैं तों उसका श्रेय परिवार के साथ- साथ उन तमाम लोगों को जाता है। जिसने आपको मौका दिया। जिसने हर सम्भव सहायता किया न कि सिर्फ परिवार को क्योंकि परिवार सिर्फ आपके बारे में सोचते हैं। मगर वे लोग समाज के बारे में सोचते हैं। भले ही इसके बदलें में वो आपसे चंद पैसें लेते हों।

''क्योकि समाज परिवार का वह पूल होता हैं। जिसपे चलकर आप कामयाबी के यूध्दो को जित पाते हैं। युध्दो को जितने से पहले। आप जिनसे- जिनसे मिलें। वो सब आपके कामयाबी का हिस्सा है। आप सिर्फ नायक होते हैं।'' 

अंत में मैं यही कहूंगा यदि आप इससे सहमत हैं तो कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य देकर उन तमामो लोगों प्रोत्साहित करें क्योंकि इस संसार में आप से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं हैं।

©Ashish anupam

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8 Love

तेरे अधरो के मिठे- मिठे शब्द तेरे नैनों से झड़ते मिठे फुहार सांसों की ए मिठास खुशबू घुलकर मिठा पेय हाय! हाय! मुझको पागल बना दिया चेहरों पर चमकती रोशनी गालों पर बिखरी-बिखरी लटे मन को भेदती मिठि करवते इश्क की बेरूखी हाय! हाय! मुझको पागल बना दिया मस्त मगन चंचल भावनाएं रूठति रति के उफ ऐतनाए खिल-खिलाती होंठों कि यत्ने तेरी रस्के कमर ओए हाय! हाय! मुझको पागल बना दिया ©Ashish anupam

#प्यार #कविता #खुद #लगा #लव❤  तेरे अधरो के मिठे- मिठे शब्द
तेरे नैनों से झड़ते मिठे फुहार
सांसों की ए मिठास खुशबू 
घुलकर मिठा पेय हाय! हाय!
मुझको पागल बना दिया

चेहरों पर चमकती रोशनी
गालों पर बिखरी-बिखरी लटे
मन को भेदती मिठि करवते
इश्क की बेरूखी हाय! हाय!
मुझको पागल बना दिया

मस्त मगन चंचल भावनाएं
रूठति रति के उफ ऐतनाए
खिल-खिलाती होंठों कि यत्ने
तेरी रस्के कमर ओए हाय! हाय!
मुझको पागल बना दिया

©Ashish anupam

आज मेरे साथ कोई नहीं है परंतु मेरे साथ तेरा अहसास है मुझे और कुछ नहीं चाहिए। मैं निरंतर उत्साह से चलता रहू। बस यही काफी हैं मेरे लिए क्योंकि मेरे साथ तेरा विश्वास है ©Ashish anupam

#शायरी #लगा #लव❤ #लव #MySun  आज मेरे साथ कोई नहीं है
परंतु मेरे साथ तेरा अहसास है
मुझे और कुछ नहीं चाहिए।
मैं निरंतर उत्साह से चलता रहू।
बस यही काफी हैं मेरे लिए
क्योंकि मेरे साथ तेरा विश्वास है

©Ashish anupam

#लगा #लव❤ #लव #MySun Priyanka Modi gudiya Shristi Yadav Sahil Rana Ahmad Ali Ansari

11 Love

परिवार से बड़ा कोई रिश्ता नहीं भाई - बहनों से बड़ा कोई फरिश्ता नहीं दोस्त इसे सदा सम्भाल कर रखना क्योंकि यहा इनसे बड़ा कोई गुलदस्ता नहीं ©Ashish anupam

#परिवार #संघर्ष #प्यार #संगीत #lovebond  परिवार से बड़ा कोई रिश्ता नहीं
भाई - बहनों से बड़ा कोई फरिश्ता नहीं
दोस्त इसे सदा सम्भाल कर रखना
क्योंकि यहा इनसे बड़ा कोई गुलदस्ता नहीं

©Ashish anupam
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