VINAY PANWAR

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My life is better than my daydreams. Sprinkle kindness everywhere I go. I love my followers more than life itself.

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Poetry Nights

Poetry Nights

Saturday, 20 August | 10:43 pm

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एक लड़की जब औरत से मां बन जाती है तब खुदा को मंदिर में नहीं अपनी कोख में खोजती है जो डर जाती थी कभी छिपकली और कॉकरोच से वो उस के लिए भेड़ियों से भी लड़ने को तैयार रहती हैं जो न सहती छोटी खरोच का दर्द भी अपने जिस्म पर वो अब खुद को दर्द दे नई जिंदगी को जन्म देती हैं हल्का भार भी उठाने में जो नखरे सबको दिखाती थी आज नौ माह कोख में एक जान पर सब कुर्बां करती हैं जिंदगी की इस दौड़ में जिसके ख़्वाब ही थे उसका जहां अब उस जहां को अपनी नन्ही जान के लिए बुनती है मौत के मुंह में जाकर जो दिखाती हैं किसी को दुनिया उसी आंखो में देखकर वो दर्द तकलीफ भूल जाती हैं निभाए जो बेटी बहू और बीवी का किरदार अदब से वो अपनी जान के लिए अच्छी मां बनने की कोशिश हज़ार करती हैं अब तक अपनी शैतानियों से परेशान कर सबको जो होती थी बहुत खुश आज किसी की शैतानियों से परेशान होने का सुख लेती है निभाकर मां का किरदार जो पालती है नाजों से अपने बच्चे को वो उसी की खातिर दुर्गा काली और चंडी भी बन जाती है लोग कहते हैं कुछ नहीं बदलता लड़की की जिंदगी में बस जिम्मेदारियों की नई रेखा खींच जाती है तो पूछो जरा हर उस लड़की से वो इस सफर में क्या से क्या बन जाती है शुभ रात्रि मित्रो जय माता दी 🙏🙏🙏🙏 ©VINAY PANWAR

#जानकारी  एक लड़की जब औरत से मां बन जाती है तब खुदा को मंदिर में नहीं 
अपनी कोख में खोजती है
 जो डर जाती थी कभी
 छिपकली और कॉकरोच से
 वो उस के लिए भेड़ियों से भी 
लड़ने को तैयार रहती हैं
 जो न सहती छोटी खरोच का दर्द भी 
अपने जिस्म पर
 वो अब खुद को दर्द दे 
नई जिंदगी को जन्म देती हैं
 हल्का भार भी उठाने में जो 
नखरे सबको दिखाती थी
आज नौ माह कोख में 
एक जान पर सब कुर्बां करती हैं
 जिंदगी की इस दौड़ में जिसके ख़्वाब ही थे उसका जहां अब उस जहां को अपनी नन्ही जान के लिए बुनती है
 मौत के मुंह में जाकर
 जो दिखाती हैं किसी को दुनिया
 उसी आंखो में देखकर
 वो दर्द तकलीफ भूल जाती हैं
 निभाए जो बेटी बहू और बीवी का
 किरदार अदब से वो अपनी जान के लिए अच्छी मां बनने की कोशिश हज़ार करती हैं अब तक अपनी शैतानियों से परेशान कर सबको जो होती थी बहुत खुश
 आज किसी की शैतानियों से परेशान होने का सुख लेती है
 निभाकर मां का किरदार जो पालती है नाजों से अपने बच्चे को
 वो उसी की खातिर दुर्गा काली और चंडी भी बन जाती है
 लोग कहते हैं कुछ नहीं बदलता लड़की की जिंदगी में

बस जिम्मेदारियों की नई रेखा खींच जाती है तो पूछो जरा हर उस लड़की से वो इस सफर में क्या से क्या बन जाती है

शुभ रात्रि मित्रो 
जय माता दी
🙏🙏🙏🙏

©VINAY PANWAR

जय श्री कृष्णा . ๑;ु ,(-_-), '\'''''.\'='-. \/..\\,' //"") (\ !

4 Love

ठंड के कारण मेरी 5पोस्ट रद्द हो गई है और 3 पोस्ट देर रात 12 से लेकर 1बजे तक आयेगी वो भी ठिठुरते हुए 🤧😒 असुविधा के लिए खेद है 🤣🤦गुड वाली नाईट सभी को ©VINAY PANWAR

 ठंड के कारण मेरी 5पोस्ट रद्द हो गई है 

 और 3 पोस्ट देर रात 12 से लेकर 

1बजे तक आयेगी 

वो भी ठिठुरते हुए 🤧😒 

असुविधा के लिए खेद है  

🤣🤦गुड वाली नाईट सभी को

©VINAY PANWAR

जय श्री कृष्णा . ๑;ु ,(-_-), '\'''''.\'='-. \/..\\,' //"") (\ !

17 Love

जिये जो शान से हम जिन्दगी वो जिन्दगानी है वही तो इस जमाने में सदा ही स्वभिमानी है पंछी दम तोड़ देते है जहाँ पर छोड़ कर उड़ना हमेशा ही न चाहों का यहाँ पर आसमानी है बचाकर जो रखे इज्जत सदा ही गैर से अपनी कहा जाये यहाँ सच्चा वही तो खानदानी है ©VINAY PANWAR

#Quotes  जिये जो शान से 
हम जिन्दगी वो जिन्दगानी है 
वही तो इस जमाने में 
सदा ही स्वभिमानी है

पंछी दम तोड़ देते है 
जहाँ पर छोड़ कर उड़ना
हमेशा ही न चाहों का 
यहाँ पर आसमानी है

बचाकर जो रखे
 इज्जत सदा ही गैर से अपनी 
कहा जाये यहाँ सच्चा वही तो खानदानी है

©VINAY PANWAR

@Anshu writer Madhu Muradia ansika sinha Pintu Kumar kuswaha Sanjana Verma Amit Kumar

19 Love

तुम्हें देखकर आ गया हमको तो मुस्कुराना थामा है हाथ मेरा नहीं छोड़ राहैं जाना मेरे ख्वाबों में हक़ीक़त में इक तू ही है मेरा अपना छूटी जबसे ये दुनियाँदारी तुझे चाहूँ गले लगाना तेरी सांसो से दहक रहा है तन वदन ये मेरा पलको में उलझी हो पलकें जब नज़दीक मेरे आना यही आरज़ू ये प्रतिभा की तमन्ना बस् यही है तोड़ बंदिशें ज़माने की बांहों में सिमट जाना ©VINAY PANWAR

 तुम्हें देखकर आ गया हमको तो मुस्कुराना
थामा है हाथ मेरा नहीं छोड़ राहैं जाना

मेरे ख्वाबों में हक़ीक़त में इक तू ही है मेरा अपना
छूटी जबसे ये दुनियाँदारी तुझे चाहूँ गले लगाना

तेरी सांसो से दहक रहा है तन वदन ये मेरा
पलको में उलझी हो पलकें जब नज़दीक मेरे आना

यही आरज़ू ये प्रतिभा की तमन्ना बस् यही है
तोड़ बंदिशें ज़माने की बांहों में सिमट जाना

©VINAY PANWAR

Rahul patel Sailu Gohil gopal Amit Kumar Himanshu Gupta

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आभार मानो इस मोबाइल का जिसने हम अजनबीयो को दोस्ती का तोहफ़ा दिया ©VINAY PANWAR

 आभार मानो इस मोबाइल का
 जिसने हम अजनबीयो को 
दोस्ती का तोहफ़ा दिया

©VINAY PANWAR

@isha rajput Anjali Maurya Afsana khan Kamla Kritika kumai riya yadav

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