मैं मुसाफिर हूं..जीवन एक यात्रा है.. मृत्यु गंतव्य हैं..ना कोई कल था ना कोई आज हैं.. अकेला राही हूं.. #मिथिला_वासी हूं.. शब्दों से खेलता हूं.. इसके रस को पीता हूं कभी कविता तो कभी कहानियों के स्वरुप में आनंद से जीता हूं.. follow me on my blog :- yugyodha blogpost.com
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