आप पहलू में जो बैठें तो सँभल कर बैठें
दिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की
4 Love
हजारों तड़पती ख्वाहिशें जुल्मो की लिये मेरा बदन उस जुल्मी आदमी के बदन से मिला ,
बेचारा नाम का था जुल्मी एक ही जुल्म की खातिर पूरी ज़िन्दगी हर रोज़ मेरे बदन से मिला ..!!!
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हजारों तड़पती ख्वाहिशें जुल्मो की लिये मेरा बदन उस जुल्मी आदमी के बदन से मिला ,
बेचारा नाम का था जुल्मी एक ही जुल्म की खातिर पूरी ज़िन्दगी हर रोज़ मेरे बदन से मिला ..!!!
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