White हिंदी केवल कह लेने भर से ही भाषा नहीं है,
शब्दों की जननी है,
दिलों की धमनी है,
भावनाओं का भंडार हैं,
संस्कृति और संस्कार है,
एक आपसी जुड़ाव है,
मन में बसा लगाव है,
इसमें बसता आदर है,
शब्दों का अथाह सागर है,
हिंदी भारत माँ की बिंदिया और भारतवासियों का गर्व है,
और हम से हिंदी नहीं है,
हिंदी से हम है।
©शैलेन्द्र यादव
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