मैं ईश्वर को किसी विशेष रूप में नहीं पूजता,
इसलिए कुछ लोग मुझे नास्तिक समझते हैं
मुझे दिखावा करना नहीं आता,
इसलिए कुछ लोग मुझे मतलबी समझते हैं
मेरे कुछ अपने शौक है,
जिन्हें जानकर कुछ लोग मुझे आवारा समझते हैं ,
मैं बोलकर बहुत कम जवाब देता हूँ,
इसलिए कुछ लोग मुझे सीधा समझते हैं,
मैं सबमें समानता का भाव रखता हूँ,
इसलिए कुछ लोग मुझे पागल समझते हैं
(प्रियांशी)
©my words
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