prakash Jha

prakash Jha Lives in Samastipur, Bihar, India

दर्द सहकर कभी न किसी से कोई गिला किया, जब कभी तेरी याद आई तो तन्हाई में रो लिया।

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आरज़ू है कि उनसे मिलूँ, पर वो ना मिले तो मैं क्या करूँ जिसे समझा मैं अपना नसीब वही दे दग़ा तो मैं क्या करूँ एक रात की थी जुस्तजू, वो मिले मुझसे ऐसे हुबहू मुझे क़फ़स में बिठा कर के वो चले गए तो मैं क्या करूँ मशहूर वो तो बहुत हुए, मूझे छोड़ कर जब वो गए जो ज़ख्म मैंने सी लिया वही दरक जाए तो मैं क्या करूँ पैबस्त इतनी सी उनसे है मेरी, की उनसे कुछ न कह सकूँ वही वस्ल है वही हिज़्र है वही अज़ाब है तो मैं क्या करूँ वो अज़ीज़ मिरे इतने हुए की, वो हमसे ज़रा दूर-दूर ही रहें जो बना था हमसफ़र मिरा वही भूल जाए तो मैं क्या करूँ इज़्तिराब इतनी बढ़ गई, कि मैं न जी सकूँ न मैं मर सकूँ मिरी अज़ीब सी है ये दास्तां कोई ना सुने तो मैं क्या करूँ ©prakash Jha

#prakashjha_shayri #prakashjha_gazal #शायरी #prakash_jha #prakashjha  आरज़ू है कि उनसे मिलूँ, पर वो ना मिले तो मैं क्या करूँ
जिसे समझा मैं अपना नसीब वही दे दग़ा तो मैं क्या करूँ

एक रात की थी जुस्तजू, वो मिले मुझसे ऐसे हुबहू
मुझे क़फ़स में बिठा कर के वो चले गए तो मैं क्या करूँ

मशहूर वो तो बहुत हुए, मूझे छोड़ कर जब वो गए
जो ज़ख्म मैंने सी लिया वही दरक जाए तो मैं क्या करूँ

पैबस्त इतनी सी उनसे है मेरी, की उनसे कुछ न कह सकूँ
वही वस्ल है वही हिज़्र है वही अज़ाब है तो मैं क्या करूँ

वो अज़ीज़ मिरे इतने हुए की, वो हमसे ज़रा दूर-दूर ही रहें
जो बना था हमसफ़र मिरा वही भूल जाए तो मैं क्या करूँ

इज़्तिराब इतनी बढ़ गई, कि मैं न जी सकूँ न मैं मर सकूँ
मिरी अज़ीब सी है ये दास्तां कोई ना सुने तो मैं क्या करूँ

©prakash Jha

आरज़ू है कि उनसे मिलूँ, पर वो ना मिले तो मैं क्या करूँ जिसे समझा मैं अपना नसीब वही दे दग़ा तो मैं क्या करूँ एक रात की थी जुस्तजू, वो मिले मुझसे ऐसे हुबहू मुझे क़फ़स में बिठा कर के वो चले गए तो मैं क्या करूँ मशहूर वो तो बहुत हुए, मूझे छोड़ कर जब वो गए जो ज़ख्म मैंने सी लिया वही दरक जाए तो मैं क्या करूँ

12 Love

दर्द मिले या फिर ग़म, हम सह लेंगे ये तन्हाई का आलम, हम सह लेंगे दूर तुम मुझ से खुश हो! अच्छा है ये दूरी तो मरते दम, हम सह लेंगे लौट रहे हो गुलिस्ताँ से आ जाओ लौटने बाले तेरे सितम, हम सह लेंगे वादा कर के भूलने बाले भूल गए हैं भूलने बाले तेरी कसम, हम सह लेंगे मेरी कश्ती कब डूबी ये मालूम नहीं मेरे दिल पर छाई मातम,हम सह लेंगे बारी-बारी सबने ज़ख्म कुरेदे हैं मेरे मेरे ज़ख्म लगते हैं कम, हम सह लेंगे ©prakash Jha

#prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakashjha_gazal #prakash_jha #prakashjha  दर्द मिले या फिर ग़म, हम सह लेंगे
ये तन्हाई का आलम, हम सह लेंगे

दूर  तुम  मुझ से खुश हो! अच्छा है
ये  दूरी  तो मरते दम, हम सह लेंगे

लौट  रहे  हो गुलिस्ताँ से  आ जाओ
लौटने बाले तेरे सितम, हम सह लेंगे

वादा  कर के भूलने बाले भूल गए हैं
भूलने बाले तेरी कसम, हम सह लेंगे

मेरी कश्ती  कब डूबी ये  मालूम नहीं
मेरे दिल पर छाई मातम,हम सह लेंगे

बारी-बारी  सबने  ज़ख्म  कुरेदे हैं मेरे
मेरे ज़ख्म लगते हैं कम, हम सह लेंगे

©prakash Jha

दर्द मिले या फिर ग़म, हम सह लेंगे ये तन्हाई का आलम, हम सह लेंगे दूर तुम मुझ से खुश हो! अच्छा है ये दूरी तो मरते दम, हम सह लेंगे लौट रहे हो गुलिस्ताँ से आ जाओ लौटने बाले तेरे सितम, हम सह लेंगे

12 Love

मेरा दिल तो पागल दीवाना है मेरे घर के सामने ही मैख़ाना हैं उनसे मिल कर उन्हें दिखाना है बात दिल की आँखों से समझना है मैं तो सुनता हूँ आवाज उनकी ये ग़ज़ल तो सिर्फ इक बहाना है रात चाँद सी सूरत दिखी मुझको मुझे तो आज ही ईद मनाना है मुहब्बत करने का अंजाम क्या है मुहब्बत क्या है उनको बताना है तन्हा कटती नहीं अब ये राते बस अब तो उन्हें अपना बनाना है ये मोहब्बत की इम्तिहान ही सही मुझे हर इम्तिहान से गुज़र जाना है ©prakash Jha

#prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakashjha_gazal #prakash_jha #prakashjha  मेरा दिल तो पागल दीवाना है
मेरे घर के सामने ही मैख़ाना हैं

उनसे मिल कर उन्हें दिखाना है
बात दिल की आँखों से समझना है

मैं तो सुनता हूँ आवाज उनकी
ये ग़ज़ल तो सिर्फ इक बहाना है

रात चाँद सी सूरत दिखी मुझको
मुझे तो आज ही ईद मनाना है

मुहब्बत करने का अंजाम क्या है
मुहब्बत क्या है उनको बताना है

तन्हा कटती नहीं अब ये राते
बस अब तो उन्हें अपना बनाना है

ये मोहब्बत की इम्तिहान ही सही
मुझे हर इम्तिहान से गुज़र जाना है

©prakash Jha

मेरा दिल तो पागल दीवाना है मेरे घर के सामने ही मैख़ाना हैं उनसे मिल कर उन्हें दिखाना है बात दिल की आँखों से समझना है मैं तो सुनता हूँ आवाज उनकी ये ग़ज़ल तो सिर्फ इक बहाना है

12 Love

ज़िन्दगी को हम जफ़ा कहते हैं मौत को हम वफ़ा कहते हैं गुमान हो जिसे सूरत पर अपनी ऐसी सूरत को हम दग़ा कहते हैं ज़ुल्म सह कर भी जो उफ़ ना करे ऐसे लोगों को हम ख़ुदा कहते हैं इश्क़ क्या है कौन समझाए हमें इश्क़ को भी हम नशा कहते हैं वो हर बार हमें खुद से दूर करते हैं उसकी याद को हम मजा कहते हैं झुक कर मिले तो हम गले लगते हैं ऊंची आवाज को हम हवा कहते हैं ©prakash Jha

#prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakashjha_gazal #blackandwhite #prakash_jha  ज़िन्दगी  को   हम  जफ़ा  कहते हैं
मौत    को   हम   वफ़ा   कहते  हैं

गुमान  हो  जिसे  सूरत  पर अपनी
ऐसी  सूरत को  हम  दग़ा  कहते हैं

ज़ुल्म सह कर  भी जो उफ़ ना करे
ऐसे  लोगों को  हम  ख़ुदा  कहते हैं

इश्क़  क्या  है  कौन  समझाए  हमें
इश्क़  को  भी   हम  नशा  कहते हैं

वो हर बार हमें  खुद से दूर करते हैं
उसकी  याद को  हम मजा कहते हैं

झुक कर मिले तो हम गले  लगते हैं
ऊंची आवाज को हम हवा कहते हैं

©prakash Jha

ज़िन्दगी को हम जफ़ा कहते हैं मौत को हम वफ़ा कहते हैं गुमान हो जिसे सूरत पर अपनी ऐसी सूरत को हम दग़ा कहते हैं ज़ुल्म सह कर भी जो उफ़ ना करे ऐसे लोगों को हम ख़ुदा कहते हैं

14 Love

जय श्री कृष्ण!🙏🙏 मुरली मनोहर वाला गोकुल का है ग्वाला यसोदा का ये लाला है सबका ये रखवाला जय कृष्ण कन्हैया लाला जय गिरधर जय गोपाला ©prakash Jha

#prakashjha_shayri #prakashjha #Krishna  जय श्री कृष्ण!🙏🙏
मुरली  मनोहर वाला
गोकुल  का है ग्वाला

यसोदा  का  ये  लाला
है सबका ये रखवाला

जय कृष्ण कन्हैया लाला
जय गिरधर जय गोपाला

©prakash Jha

जय श्री कृष्ण!🙏🙏 मुरली मनोहर वाला गोकुल का है ग्वाला यसोदा का ये लाला है सबका ये रखवाला जय कृष्ण कन्हैया लाला

12 Love

Dil sms status in hindi "आईने की ओर देख कर मुस्कुराते हैं वो पता नहीं किस बात पर इतना इतराते हैं वो उनके रुख़सार पर जो काले तिल का पहरा है शायद उसे ही देख कर इतना शरमाते हैं वो..." ©prakash Jha

#prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha #prakashjha  Dil sms status in hindi "आईने की ओर देख कर मुस्कुराते हैं वो
पता नहीं किस बात पर इतना इतराते हैं वो
उनके रुख़सार पर जो काले तिल का पहरा है
शायद उसे ही देख कर इतना शरमाते हैं वो..."

©prakash Jha

"आईने की ओर देख कर मुस्कुराते हैं वो पता नहीं किस बात पर इतना इतराते हैं वो उनके रुख़सार पर जो काले तिल का पहरा है शायद उसे ही देख कर इतना शरमाते हैं वो..." prakash jha #prakashjha #prakashjha_shayri #prakashjha_shyari #prakash_jha

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