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आप होंगे ख़ुदा ए जन्नत तो,, मैं "पीयूष" हूँ ये काफ़ी है...!!❤️
अजीब मुकाम पे ठहरा हुआ है काफिला जिंदगी का, सुकून ढूंढने चले थे, नींद ही गँवा बैठे !! ©Piyush Sharma Gore
Piyush Sharma Gore
13 Love
कौन समझे.. क्या है रिश्ता हमारा... कुछ ना हो कर भी.. बहुत कुछ है हमारा... ना जन्मों का बंधन.. ना उम्मीदो का दामन.. ना पाने की चाहत.. ना बिछड़ने का ग़म.. कुछ तो है... ♥️ जो हमें खिंचते है दोबारा. यूं ख्यालों में रहता है.. तुम्हारा आना -जाना... दुनिया के नजरों से परे.. अनाम सा रिश्ता है हमारा.. ©Piyush Sharma Gore
16 Love
आभार प्रिय मित्र, मेरे बड़े बुजुर्ग, मेरे चाहने वाले सभी लोगों को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं.. जिन्होंने अपने व्यस्त जीवन से मेरे जन्मदिवस की बधाई देने के लिए समय निकाला.. आपके शब्दों ने मेरे दिल को उज्जवल कर दिया. और इन सभी संदेशों ने मेरे जन्मदिन को और भी विशेष बना दिया आपके प्यार भरे प्यार के लिए आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया. ❤️🙏❤️ ©Piyush Sharma Gore
18 Love
मैं बदल गया हूं। हां मैं बिल्कुल बदल गया हूं। पहले मुझे घूमना पसंद था अब नहीं है। पहले मुझे बातें करना पसंद था अब नहीं है। पहले मुझे हंसना पसंद था अब नहीं है। पहले दोस्तों के झुंड में रहना पसंद था अब नहीं है। पहले मुझे जीना पसंद था अब नहीं है। ©Piyush Sharma Gore
10 Love
ऐसा हादसा हुआ कि फ़िर जीवन मे वापस नहीं आ सका। कभी स्वयं से संघर्ष किया, कभी जिंदगी खत्म करने को ठानी, पढ़ाई और करियर तो कबका समाप्त हो गया, अवसाद ने अतीत को और दर्दनाक बना दिया। आज मैं खुद की मदद नहीं कर पाता। न जीवन मे कुछ कर पा रहा न कुछ हो रहा। सब कुछ गवां रहा हूँ एक-एक करके! ©Piyush Sharma Gore
11 Love
प्रेम अनपढ़ होता है, ये हस्ताक्षर नहीं करता छाप छोड़ देता है... ©Piyush Sharma Gore
14 Love
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