Deepika Gupta

Deepika Gupta Lives in Kanpur, Uttar Pradesh, India

हर रोज कलम डूबकर स्याही में कागज की ओर बढ़ जाती है कभी किसी का प्रेम लिख जाती है तो कभी किसी का दर्द लिख जाती है!

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ओ स्त्री! जंजीरें ही मिली तुम्हें इस समाज से हमेशा हमेशा के लिए तुम्हें कैद कर लेने को मगर तुम ये क्यूं भूल जाती हो कि अगर तुम चाहो तो कोई ऐसी जंजीर नहीं जो तुम्हें और तुम्हारे सपनों को बांध सके! ©Deepika Gupta

#विचार #Bond  ओ स्त्री! जंजीरें ही मिली तुम्हें 
इस समाज से
हमेशा हमेशा के लिए तुम्हें कैद कर लेने को
मगर तुम ये क्यूं भूल जाती हो
कि अगर तुम चाहो तो कोई ऐसी
जंजीर नहीं जो तुम्हें और तुम्हारे 
सपनों को बांध सके!

©Deepika Gupta

#Bond

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#इशारों #just

#इशारों इशारों में दिल लेने वाले #just tried guys..

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जब जब हालातों ने मुझे हराया है तब तब तूने मेरा हौसला बढ़ाया है! जब जब मुश्किलों ने मुझे गिराया है तब तब तूने मुझे गिरने से बचाया है! जब जब वक़्त ने मेरा वजूद मिटाया है तब तब तूने मेरे अस्तित्व को बचाया है! #Deepikapoetry#

#happyfriendshipday #Deepikapoetry  जब जब हालातों ने मुझे हराया है

तब तब तूने मेरा हौसला बढ़ाया है!

जब जब मुश्किलों ने मुझे गिराया है

तब तब तूने मुझे गिरने से बचाया है!

जब जब वक़्त ने मेरा वजूद मिटाया है

तब तब तूने मेरे अस्तित्व को बचाया है!

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तुम्हें देखनी हों गर दुनियां भर की उदासियां तो आओ बस एक बार मेरी आंखों में देखो! #Deepikapoetry#

#उदासियां #Deepikapoetry  तुम्हें देखनी हों गर दुनियां भर की उदासियां
तो आओ बस एक बार मेरी आंखों में देखो!

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एक अरसे बाद फिर वही खुसबू महसूस की है एक अरसे बाद खिड़कियों से टकराती बौछारों ने दिल पर दस्तक दी है एक अरसे बाद फिर वही शीतल हवा महसूस की है एक अरसे बाद... यूं लगा दिल को जैसे अभी अभी बेचैन धरती बादलों से जा गले मिली है बस अभी अभी बारिश की खुशनुमा बूंदों से धरती की बरसों पुरानी प्यास मिटी है! #Deepikapoetry#

#एक_अरसे_बाद #Deepikapoetry  एक अरसे बाद फिर वही 
खुसबू महसूस की है
एक अरसे बाद 
खिड़कियों से टकराती
बौछारों ने दिल पर दस्तक दी है
एक अरसे बाद फिर वही 
शीतल हवा महसूस की है
एक अरसे बाद...
यूं लगा दिल को जैसे 
अभी अभी बेचैन धरती 
बादलों से जा गले मिली है
बस अभी अभी 
बारिश की खुशनुमा बूंदों से
धरती की बरसों पुरानी प्यास मिटी है!

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#worldinvironmentday #nojotohindi

#nojotohindi#nojoto#worldinvironmentday जीने दो हमें भी हम इंसान तो नहीं पर हम भी सांसें लेते हैं और तुम्हें भी जीने के लिए कीमती सांसें देते हैं अगर तुम हमें लगा नहीं सकते तो हमारी सांसें

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