Priyanshu Kashyap

Priyanshu Kashyap Lives in Pune, Maharashtra, India

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#इश्क़ #चेहरा #किताब

किताब पढ़ा हूं बहुत अब किसी का चेहरा पढ़ना है... #इश्क़ #चेहरा #किताब

2 Love

#NojotoFamily #Nojoto #Justic #Human #Rape

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सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे, ख़्वाबों में दिखी एक वो हसीन सी लड़की जुल्फों को संवारती,बल खाती, आंखों में काजल लगाई और लटो को कानों तक सर्काती मुझे देख जो मुस्कुराई थी वो लड़की।। पास से यू गुजरी थी महक इश्क़ का हवाओं में बिखेरते हुए, जैसे सितम ढा रही थी उसकी हर अदा मुझ पे। जब तक खुद को संभालता तब तक वो कहीं खो गई वो लड़की। सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे, -- प्रियांशु कश्यप

#NojotoFamily #nojotoPune #Nojoto #ishq  सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे,

ख़्वाबों में दिखी एक वो हसीन सी लड़की
जुल्फों को संवारती,बल खाती, आंखों में काजल लगाई और लटो को कानों तक सर्काती मुझे देख जो मुस्कुराई थी वो लड़की।।
पास से यू गुजरी थी महक इश्क़ का हवाओं में बिखेरते हुए, जैसे सितम ढा रही थी उसकी हर अदा मुझ पे।
जब तक खुद को संभालता तब तक वो कहीं खो गई वो लड़की।

सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे,

-- प्रियांशु कश्यप

तुम, चीनी के दानों-सी, ज़िंदगी जैसे दूध का पैकेट, और मैं, चाय की पत्ती। मोहब्बत के सॉसपैन ने हम तीनों को मिलाया। तुम्हारे आने से ज़िंदगी में मिठास घुल गई,

तुम, चीनी के दानों-सी, ज़िंदगी जैसे दूध का पैकेट, और मैं, चाय की पत्ती। मोहब्बत के सॉसपैन ने हम तीनों को मिलाया। तुम्हारे आने से ज़िंदगी में मिठास घुल गई,

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सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे, ख़्वाबों में दिखी एक वो हसीन सी लड़की जुल्फों को संवारती,बल खाती, आंखों में काजल लगाई और लटो को कानों तक सर्काती मुझे देख जो मुस्कुराई थी वो लड़की।। पास से यू गुजरी थी महक इश्क़ का हवाओं में बिखेरते हुए, जैसे सितम ढा रही थी उसकी हर अदा मुझ पे। जब तक खुद को संभालता तब तक वो कहीं खो गई वो लड़की। सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे, -- प्रियांशु कश्यप

#Ishq_wali_baat  सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे,

ख़्वाबों में दिखी एक वो हसीन सी लड़की
जुल्फों को संवारती,बल खाती, आंखों में काजल लगाई और लटो को कानों तक सर्काती मुझे देख जो मुस्कुराई थी वो लड़की।।
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जब तक खुद को संभालता तब तक वो कहीं खो गई वो लड़की।

सुबह के चार बजे थे शायद जब इश्क़ हुआ था मुझे,

 -- प्रियांशु कश्यप
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