Prince Raज

Prince Raज Lives in Patna, Bihar, India

आओ insta पे बातें करते है चार । कुछ तुम अपना कहो, कुछ हम बतायेंगें यार..!! @raazlife07 अधूरे रह जाते है एहसास जब "शब्द" बड़े "सोचकर" लिखे जाते है! Taken forever-"K. V."

https://youtu.be/NiZq91pmxqE

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हज़ारों आँखों पर कहीं शोर नहीं जलता । धीरे-धीरे ये जिस्म मिटता है, पर किसी का ध्यान नहीं बटता । किसे कहुँ शहर में सब मासूम है । सर कटता तो है पर कभी शर्म से नहीं झुकता । कोई नहीं कहता अब अरे ऊपरवाला सुन रहा है । और किसे कहता आसमाँ तो एक झूठी कहावत है । आजकल दर्द भी खामोशी के चादर बिछाये बैठे है । मज़ाल है कि किसी को जख्म दिख जाये । और ऐसे भी कोई नहीं देखता ।। ©Prince Raज

#Books  हज़ारों आँखों पर कहीं शोर नहीं जलता । 
धीरे-धीरे ये जिस्म मिटता है, 
पर किसी का ध्यान नहीं बटता ।
किसे कहुँ शहर में सब मासूम है । 
सर कटता तो है पर कभी शर्म से नहीं झुकता ।
कोई नहीं कहता अब अरे ऊपरवाला सुन रहा है ।
और किसे कहता आसमाँ तो एक झूठी कहावत है । 
आजकल दर्द भी खामोशी के चादर बिछाये बैठे है । 
मज़ाल है कि किसी को  जख्म दिख जाये ।
और ऐसे भी कोई नहीं देखता ।।

©Prince Raज

#Books

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#मेरे_विचार💐💐 ★★★★ इसका हर समय महत्त्व नहीं हमारा अपना दिमाग अपना मन और अपना शरीर जो कह रहा है । उसे समझ कर जीना महत्त्वपूर्ण है । हमें वो करना है जो सहज ज्ञान से आ रहा है । सामने वाला क्या बोल रहा है । क्या ईमेज बना रहा हमारी । उससे हमे कोई सरोकार नहीं होना चाहिए । दूसरे तो कुछ ना कुछ अपनी समझ से समझते रहेगें । हमें अपनी बात रखनी है । बिना सामने वाले को गलत ठहराए । या नीचा दिखाये जो हमारे लिए सत्य हो । जरूरी नहीं की उसके लिए भी सही हो । और बिना मांगे राय भी नहीं देनी चाहिए । सबकी सोच का सम्मान हो । जिसको सीखना होगा सीख लेगा शिकायत भाव से बचे रहे । पल पल जिए बिना स्थाई निष्कर्ष निकाले यही सन्यास है । 💖💖💝💖💖 ©Prince Raज

#मेरे_विचार  #मेरे_विचार💐💐
★★★★
इसका हर समय महत्त्व नहीं हमारा अपना 
दिमाग अपना मन और अपना शरीर जो कह रहा है ।
उसे समझ कर जीना महत्त्वपूर्ण है ।
हमें वो करना है जो सहज ज्ञान से आ रहा है ।
सामने वाला क्या बोल रहा है । क्या ईमेज बना रहा हमारी ।
उससे हमे कोई सरोकार नहीं होना चाहिए । 
दूसरे तो कुछ ना कुछ अपनी समझ से समझते रहेगें ।
हमें अपनी बात रखनी है । बिना सामने वाले को गलत ठहराए ।
 या नीचा दिखाये जो हमारे लिए सत्य हो ।
 जरूरी नहीं की उसके लिए भी सही हो ।
और बिना मांगे राय भी नहीं देनी चाहिए । सबकी सोच का सम्मान हो ।
जिसको सीखना होगा सीख लेगा शिकायत भाव से बचे रहे ।
 पल पल जिए बिना स्थाई निष्कर्ष निकाले यही सन्यास है ।
💖💖💝💖💖

©Prince Raज
#Safar2020

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47 View

#Hope

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#WritersMotive

ऐसे नववर्ष को झुठ के पर्व को मैं नही मानता मैं नही जानता । #WritersMotive

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अफ़ग़ानिस्तान से भागते हुए सभी पुरुष दिख रहे हैं जो अपनी स्त्रियों और बच्चों को तालिबानी लड़ाकों के लिए छोड़ कर भाग रहे हैं...!! अपनी छोटी छोटी बच्चियों को उन दरिंदों को सौंप कर अपनी जान बचा कर भाग रहे हैं । सोच कर कलेजा मुँह को आ जाता है...!! यह कृत्य एकमात्र उनके आसमानी क़िताब की देन है जिसमें स्त्रियों को एक ..... वस्तु के अलावा कुछ नहीं माना जाता । एक हमारा इतिहास उठा लीजिए , हमारे सिर कट गए हैं लेकिन हमने अपनी स्त्रियों की मर्यादा की रक्षा के लिए महाभारत कर दिया था और समुद्र तक पर पुल बाँध दिया था । लाखों क्षत्रियों ने सिर्फ अपनी ही नहीं, हर वर्ग की स्त्रियों की रक्षा के लिए धड़ाधड़ शीश काट दिए या तो कटा लिए लेकिन अपनी स्त्रियों की रक्षा से कोई समझौता नहीं किया । यह है हमारी संस्कृति और हमारे शास्त्र जिनमें स्त्रियों के बिना किसी पुरुष का अस्तित्व या समाज का अस्तित्व असंभव है । जहाँ वह अपने ही देश से, जहाँ उनके पुरखों से लेकर स्वयं तक जिस भूमि पर लोट कर बड़े हुए, उसको छोड़ कर भाग रहे हैं । दूसरी ओर हमारे देश का एक पुजारी, जो कि घोर काफ़िर है, वह अपने मन्दिर और विग्रहों को छोड़ कर जाने को तैयार नहीं । उसे अच्छी तरह पता है कि उसका हश्र क्या होगा, लेकिन वह अपने कर्तव्य से च्युत नहीं हो रहा है । तो यह है अपनी शिक्षा, संस्कार, मूल्यों की महत्ता... यह है हमारे शास्त्रों की महत्ता.. यह है हमारा DNA.... हमें गर्व है अपने सनातनी होने और अपने धर्म पर..!! ©Prince Nithar

#अफगानिस्तान_मामला #तालिबान  अफ़ग़ानिस्तान से भागते हुए सभी पुरुष दिख रहे हैं जो अपनी स्त्रियों और बच्चों को तालिबानी लड़ाकों के लिए छोड़ कर भाग रहे हैं...!!
अपनी छोटी छोटी बच्चियों को उन दरिंदों को सौंप कर अपनी जान बचा कर भाग रहे हैं । 
सोच कर कलेजा मुँह को आ जाता है...!!

यह कृत्य एकमात्र उनके आसमानी क़िताब की देन है जिसमें स्त्रियों को एक ..... वस्तु के अलावा कुछ नहीं माना जाता  ।

एक हमारा इतिहास उठा लीजिए , हमारे सिर कट गए हैं लेकिन हमने अपनी स्त्रियों की मर्यादा की रक्षा के लिए महाभारत कर दिया था और समुद्र तक पर पुल बाँध दिया था ।
लाखों क्षत्रियों ने सिर्फ अपनी ही नहीं, हर वर्ग की स्त्रियों की रक्षा के लिए धड़ाधड़ शीश काट दिए या तो कटा लिए लेकिन अपनी स्त्रियों की रक्षा से कोई समझौता नहीं किया । 

यह है हमारी संस्कृति और हमारे शास्त्र जिनमें स्त्रियों के बिना किसी पुरुष का अस्तित्व या समाज का अस्तित्व असंभव है । 

जहाँ वह अपने ही देश से, जहाँ उनके पुरखों से लेकर स्वयं तक जिस भूमि पर लोट कर बड़े हुए, उसको छोड़ कर भाग रहे हैं । 

दूसरी ओर हमारे देश का एक पुजारी, जो कि घोर काफ़िर है, वह अपने मन्दिर और विग्रहों को छोड़ कर जाने को तैयार नहीं ।

उसे अच्छी तरह पता है कि उसका हश्र क्या होगा, लेकिन वह अपने कर्तव्य से च्युत नहीं हो रहा है । 

तो यह है अपनी शिक्षा, संस्कार, मूल्यों की महत्ता...
यह है हमारे शास्त्रों की महत्ता..
यह है हमारा DNA....

हमें गर्व है अपने सनातनी होने और अपने धर्म पर..!!

©Prince Nithar
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