Sanya Rai

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है निश्चित ये सबर का बांध, एक दिन टूट जाएगा। चोर वो मेरे दिल की धड़कनों, को लूट जाएगा। मोहब्बत के गुब्बारे को सनम, इतनी हवा ना दो, अधिक प्रेशर पड़ा तो ये ,बेचारा फुट जाएगा। सान्या राय

#poem  है निश्चित ये सबर का बांध, एक दिन टूट जाएगा।
चोर वो मेरे दिल की धड़कनों, को लूट जाएगा।
मोहब्बत के गुब्बारे को सनम, इतनी हवा ना दो,
अधिक प्रेशर पड़ा तो ये ,बेचारा फुट जाएगा।
सान्या राय

है निश्चित ये सबर का बांध, एक दिन टूट जाएगा। चोर वो मेरे दिल की धड़कनों, को लूट जाएगा। मोहब्बत के गुब्बारे को सनम, इतनी हवा ना दो, अधिक प्रेशर पड़ा तो ये ,बेचारा फुट जाएगा। सान्या राय

5 Love

जो आंखों में है गम, उसको छुपाना आ गया है। हमें भी बेवजह ही, मुस्कुराना आ गया है। कोई हीरा, कोई पत्थर, कोई है कांच जैसा, मेरी नजरों में अब, सारा जमाना आ गया है। जो बातें तीर की भांति, हैं दिल को भेद देती, वो बातें सच कहूं, तो भूल जाना आ गया है। जो बोया है उसी को ही, यहां पर काटते हैं, मेरी भी डायरी में ये फ़साना आ गया है। कहीं छूटा है वो बचपन, वो मेरा चुलबुलापन, कई राज़ों को अब दिल में, दबाना आ गया है। नहीं चाहिए कोई जिसको, मैं अपना गम बताऊं, मेरी कविता को मेरी पीर गाना आ गया है। सान्या राय

#poem  जो आंखों में है गम, उसको छुपाना आ गया है।
हमें भी बेवजह ही, मुस्कुराना आ गया है।
कोई हीरा, कोई पत्थर, कोई है कांच जैसा,
मेरी नजरों में अब, सारा जमाना आ गया है।
जो बातें तीर की भांति, हैं दिल को भेद देती,
वो बातें सच कहूं, तो भूल जाना आ गया है।
जो बोया है उसी को ही, यहां पर काटते हैं,
मेरी भी डायरी में ये फ़साना आ गया है।
कहीं छूटा है वो बचपन, वो मेरा चुलबुलापन,
कई राज़ों को अब दिल में, दबाना आ गया है।
नहीं चाहिए कोई जिसको, मैं अपना गम बताऊं,
मेरी कविता को मेरी पीर गाना आ गया है।
सान्या राय

जो आंखों में है गम, उसको छुपाना आ गया है। हमें भी बेवजह ही, मुस्कुराना आ गया है। कोई हीरा, कोई पत्थर, कोई है कांच जैसा, मेरी नजरों में अब, सारा जमाना आ गया है। जो बातें तीर की भांति, हैं दिल को भेद देती, वो बातें सच कहूं, तो भूल जाना आ गया है। जो बोया है उसी को ही, यहां पर काटते हैं, मेरी भी डायरी में ये फ़साना आ गया है। कहीं छूटा है वो बचपन, वो मेरा चुलबुलापन, कई राज़ों को अब दिल में, दबाना आ गया है। नहीं चाहिए कोई जिसको, मैं अपना गम बताऊं, मेरी कविता को मेरी पीर गाना आ गया है। सान्या राय

3 Love

झुक जाने की फितरत रखना, अच्छी आदत होती है। दिल में अच्छी नीयत रखना,अच्छी आदत होती है। दुनिया वालो से कोई भी रिश्ता रक्खो॒ ना रक्खो , ख़ुद से ख़ुद की सोहबत रखना ,अच्छी आदत होती है। सान्या राय

 झुक जाने की फितरत रखना, अच्छी आदत होती है। दिल में अच्छी नीयत रखना,अच्छी आदत होती है।
दुनिया वालो से कोई भी रिश्ता रक्खो॒ ना रक्खो ,
ख़ुद से ख़ुद की सोहबत रखना ,अच्छी आदत होती है।
सान्या राय

झुक जाने की फितरत रखना, अच्छी आदत होती है। दिल में अच्छी नीयत रखना,अच्छी आदत होती है। दुनिया वालो से कोई भी रिश्ता रक्खो॒ ना रक्खो , ख़ुद से ख़ुद की सोहबत रखना ,अच्छी आदत होती है। सान्या राय

2 Love

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