Ashish Kumar

Ashish Kumar Lives in Nahan, Himachal Pradesh, India

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मेरी तन्हाई का आलम देख, अब मुझे अक्स मेरा ही छलता है विरह की लपटों में देख आग अश्को का जैसे बर्फ सा पिघलता है, मुझको ये मालूम है ,के जो महसूस मुझे एहसास तेरे साथ होने का हो रहा है , तेरा फरेब है ये, फिर भी इस फरेबे मोहब्बत से भी मेरी तन्हाइयों का अहसास कुछ कम तो हो रहा है। आशीष कुमार आशी

#तन्हाई  मेरी तन्हाई का आलम देख, 
अब मुझे अक्स मेरा ही छलता है
विरह की लपटों में देख आग अश्को का जैसे बर्फ सा पिघलता है, 
मुझको ये मालूम है ,के जो महसूस मुझे एहसास तेरे साथ होने का हो रहा है , 
तेरा  फरेब है ये, फिर भी इस फरेबे मोहब्बत से  भी मेरी तन्हाइयों का अहसास  कुछ कम  तो हो रहा है।

आशीष कुमार आशी

#तन्हाई का एहसास

12 Love

शिक्षा वही है जो समाज और मानव कल्याण के उद्देश्य से प्राप्त की जाती है, जो मनुष्य शिक्षा को स्वयं के लिए पद और लाभ हासिल करने के उद्देश्य से प्राप्त करता है , ऐसा इंसान श्रेष्ठ बनने की प्रतिस्पर्धा में सर्वदा भटकता रहता है। आशीष कुमार आशी

 शिक्षा  वही है जो समाज और मानव  कल्याण के उद्देश्य से प्राप्त की जाती है, जो  मनुष्य शिक्षा को  स्वयं के लिए   पद और लाभ हासिल करने के उद्देश्य से प्राप्त करता है , ऐसा इंसान  श्रेष्ठ बनने की प्रतिस्पर्धा में  सर्वदा भटकता रहता है।

आशीष कुमार आशी

शिक्षा वही है जो समाज और मानव कल्याण के उद्देश्य से प्राप्त की जाती है, जो मनुष्य शिक्षा को स्वयं के लिए पद और लाभ हासिल करने के उद्देश्य से प्राप्त करता है , ऐसा इंसान श्रेष्ठ बनने की प्रतिस्पर्धा में सर्वदा भटकता रहता है। आशीष कुमार आशी

11 Love

शिक्षा वही है जो समाज और मानव कल्याण के उद्देश्य से प्राप्त की जाती है, जो मनुष्य शिक्षा को स्वयं के लिए पद और लाभ हासिल करने के उद्देश्य से प्राप्त करता है , ऐसा इंसान हमेशा ही श्रेष्ठ बनने की प्रतिस्पर्धा में सर्वदा भटकता रहता है। आशीष कुमार आशी

 शिक्षा  वही है जो समाज और मानव  कल्याण के उद्देश्य से प्राप्त की जाती है, जो  मनुष्य शिक्षा को  स्वयं के लिए   पद और लाभ हासिल करने के उद्देश्य से प्राप्त करता है , ऐसा इंसान हमेशा ही श्रेष्ठ बनने की प्रतिस्पर्धा में  सर्वदा भटकता रहता है।

आशीष कुमार आशी

शिक्षा वही है जो समाज और मानव कल्याण के उद्देश्य से प्राप्त की जाती है, जो मनुष्य शिक्षा को स्वयं के लिए पद और लाभ हासिल करने के उद्देश्य से प्राप्त करता है , ऐसा इंसान हमेशा ही श्रेष्ठ बनने की प्रतिस्पर्धा में सर्वदा भटकता रहता है। आशीष कुमार आशी

8 Love

जो व्यक्ति खुद को श्रेष्ठ साबित करने की प्रतिस्पर्धा में रहता है उस व्यक्ति के जीवन मे कभी भी शांति और प्रेम नही हो सकता। आशीष कुमार आशी

#Sunrise  जो व्यक्ति खुद को श्रेष्ठ साबित करने की प्रतिस्पर्धा में रहता है 
उस व्यक्ति के जीवन मे कभी भी शांति और प्रेम नही हो सकता।

आशीष कुमार आशी

#Sunrise

8 Love

#lovebeat  शायर जावेद उल्फत
आवाज  आशीष कुमार आशी
7018777397

शायर जावेद उल्फत आवाज आशीष कुमार #lovebeat

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#myvoice  Ashish kumar
7018777397

#myvoice

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