pragati tiwari

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जिस से भी मिलो आज, परेशान बहुत है !! खुद में ही खुद से उलझा, इंसान बहुत हैं !! ऐ जिंदगी तू ले लाई, हमे किस मोड़ पे, जहाँ हँसने के कम,और रोने के सामान बहुत हैं ! अब न दुआ, न दवाओं का असर हो रहा हैं, टूटा दिल हैं, और जख्मो के निशान बहुत हैं !! हमने देखीं हैं अमीरी को परेशां हाल में अक्सर, सच कहता हूँ मुफ़लिसी में इत्मिनान बहुत हैं !! जिन होंठो पे खेलती थी मुस्कराहट कल तलक, वो दयारे-बज़्म रंजोगम से, वीरान बहुत हैं !! घट रही आबादी रोज ब रोज इंसानों की यूँ तो मुल्क में अपने हिन्दू ,मुसलमान बहुत हैं !! ©pragati tiwari

#Drops  जिस से भी मिलो आज, परेशान बहुत है !!
खुद में ही खुद से उलझा, इंसान बहुत हैं !!

ऐ जिंदगी तू ले लाई, हमे किस मोड़ पे,
जहाँ हँसने के कम,और रोने के सामान बहुत हैं !

अब न दुआ, न दवाओं का असर हो रहा हैं,
टूटा दिल हैं, और जख्मो के निशान बहुत हैं !!

हमने देखीं हैं अमीरी को परेशां हाल में अक्सर,
सच कहता हूँ मुफ़लिसी में इत्मिनान बहुत हैं !!

जिन होंठो पे खेलती थी मुस्कराहट कल तलक,
वो दयारे-बज़्म रंजोगम से, वीरान बहुत हैं !!

घट रही आबादी रोज ब रोज इंसानों की
यूँ तो मुल्क में अपने हिन्दू ,मुसलमान बहुत हैं !!

©pragati tiwari

#Drops

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हर रोज़ मेरे ग़म को हवा मिलती है जनाब इक शख्स की ये मुझपे इनायत सी लगे है पढ़कर के जिसे जान सी निकले हरेक बार कहने को तो ये चीज़ तेरे ख़त सी लगे है लगती है खिलोने की तरह सबको मुहब्बत दिल तोड़ना भी एक रवायत सी लगे है उनके मिज़ाज को न समझ पाया मैं कभी मेरी हरेक बात शिक़ायत सी लगे है अब उनसे क्या कहें जाकर के दिल की बात जिनको हमारे नाम से नफरत सी लगे है ©pragati tiwari

#walkingalone  हर रोज़ मेरे ग़म को हवा मिलती है जनाब
इक शख्स की ये मुझपे इनायत सी लगे है

पढ़कर के जिसे जान सी निकले हरेक बार
कहने को तो ये चीज़ तेरे ख़त सी लगे है

लगती है खिलोने की तरह सबको मुहब्बत
दिल तोड़ना भी एक रवायत सी लगे है

उनके मिज़ाज को न समझ पाया मैं कभी
मेरी हरेक बात शिक़ायत सी लगे है

अब उनसे क्या कहें  जाकर के दिल की बात
जिनको हमारे नाम से नफरत सी लगे है

©pragati tiwari

#walkingalone शत्रुहन दुबे @AHIL KHAN @Yogendra Nath @Ramesh Puri Goswami (ravi) 🌹Meet🌹✍️

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ज़िंदगी थे तुम मेरी और ज़िंदगी ले गए। तुम छोड़कर क्या गए आँखों से रोशनी ले गए। वादा किया था तुमने हर गम लोगे मेरा, पर जाते जाते तुम मेरी हर एक खुशी ले गए। आज जो भी है तुम्हारी दी हुई खूबियां है मुझमें, जाते जाते तुम मेरी हर एक कमी ले गए। तुम्हारे बिना पूजा का थाल सजे तो कैसे, तुम अपनी आवाज के साथ सुबह की आरती ले गए। ©pragati tiwari

#walkingalone  ज़िंदगी थे तुम मेरी और ज़िंदगी ले गए।
तुम छोड़कर क्या गए आँखों से रोशनी ले गए।

वादा किया था तुमने हर गम लोगे मेरा,
पर जाते जाते तुम मेरी हर एक खुशी ले गए।

आज जो भी है तुम्हारी दी हुई खूबियां है मुझमें,
जाते जाते तुम मेरी हर एक कमी ले गए।

तुम्हारे बिना पूजा का थाल सजे तो कैसे,
तुम अपनी आवाज के साथ सुबह की आरती ले गए।

©pragati tiwari

#walkingalone @vks Siyag रश्मि सचिन पाठक 🌹Meet🌹✍️ R.K.सोनी ADVOCATE .. 🙏🌹 @Ajayy Kumar Mahato

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आ गया नवरात्र माँ की भक्ति का त्यौहार । सज रहा है माँ भवानी का सुघर दरबार।। रक्त वसना आभरण युत खुले कुंचित केश सिंह पर शोभित सुकोमल शक्ति का आगार।। उड़ रही है धूप फूलों की सुगंध सुवास ला रहा उपहार कोई फूल कोई हार।। ठनकता तबला सरंगी और बजता ढोल कर रहे हैं भजन के स्वर भक्ति का संचार।। दुर्व्यवस्था देश की है दुखी सारे लोग नाव जर्जर भँवर में है माँ करो उद्धार।। दुर्विचारों दुष्प्रचारों ने किया आघात जगद्धात्री जगत जननी अब करो संहार।। कर रहा सिंदूर अर्पण मात्र कोई धूप पास मेरे सिर्फ श्रद्धा करो अंगीकार।। ©pragati tiwari

#navratri2020  आ गया नवरात्र माँ की भक्ति का त्यौहार ।
 सज रहा है माँ भवानी का सुघर दरबार।। 

रक्त वसना आभरण युत खुले कुंचित केश
 सिंह पर शोभित सुकोमल शक्ति का आगार।। 

उड़ रही है धूप फूलों की सुगंध सुवास 
ला रहा उपहार कोई फूल कोई हार।। 

ठनकता तबला सरंगी और बजता ढोल
 कर रहे हैं भजन के स्वर भक्ति का संचार।। 

दुर्व्यवस्था देश की है दुखी सारे लोग 
नाव जर्जर भँवर में है माँ करो उद्धार।। 

दुर्विचारों दुष्प्रचारों ने किया आघात
 जगद्धात्री जगत जननी अब करो संहार।। 

कर रहा सिंदूर अर्पण मात्र कोई धूप
 पास मेरे सिर्फ श्रद्धा करो अंगीकार।।

©pragati tiwari

नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं🙏🙏

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