dilki feeling143

dilki feeling143 Lives in Delhi, Delhi, India

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Yuva diwas दया सिलता करुणा की भावना देश के हर नागरिक के प्रति उसके मन में श्रद्धा भाव की भावना उसे एक सफल युवा के रूप में परिवर्तन करता है जिम्मेदारियां केवल बोलने से नहीं मन की भावना से ही होता हैं,, कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता वह अपनी निजी और अपनी परिवार का और अपने कर्तव्य का पालन नहीं करता,,,। अरे उसने तो अपने खुशियों का त्याग किया अपने घर की खुशी के खातिर उसने तो अपने पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जिम्मेदारियों को आधा-आधा बांट लिए,,,। कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता पूछो उस नादान परिंदे से जिसने उम्र से पहले ही घर की हालातों के चलते नाजुक से कंधे पर उठा लिया जिम्मेदारियों का झोला,,,। कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता परिवार ही नहीं देश की सोच भी उसे सताती है अपने कर्तव्य जिम्मेदारियों के प्रति सचेत रहकर देश की उन्नति में भी अपना भागीदारी निभा रहा है,,,। कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता ऐसे ही एक महान युवा स्वामी विवेकानंद जी को उनके जन्म दिवस के अवसर पर कोटि-कोटि नमन और श्रद्धा भाव से प्रणाम,, आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं Read my thoughts on YourQuote app at https://www.yourquote.in/dillki-122-pallavi-bidls/quotes/yuvaa-divs-read-capction-cisukj ©dilki feeling143

#स्वामी_विवेकानंद #कविता #युवा #दिवस  Yuva diwas

दया सिलता करुणा की भावना देश के हर नागरिक के प्रति उसके मन में श्रद्धा भाव की भावना उसे एक सफल युवा के रूप में परिवर्तन करता है जिम्मेदारियां केवल बोलने से नहीं मन की भावना से ही होता हैं,,
कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता 
वह अपनी निजी और अपनी परिवार का और अपने कर्तव्य का पालन नहीं करता,,,।
अरे उसने तो अपने खुशियों का त्याग किया अपने घर की खुशी के खातिर उसने तो अपने पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जिम्मेदारियों को आधा-आधा बांट लिए,,,।
कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता
पूछो उस नादान परिंदे से जिसने उम्र से पहले ही घर की हालातों के चलते नाजुक से कंधे पर उठा लिया जिम्मेदारियों का झोला,,,।
कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता
परिवार ही नहीं देश की सोच भी उसे सताती है
अपने कर्तव्य जिम्मेदारियों के प्रति सचेत रहकर 
देश की उन्नति में भी अपना भागीदारी निभा रहा है,,,।
कौन कहता है आज का युवा जिम्मेदार लेना नहीं जानता
ऐसे ही एक महान युवा स्वामी विवेकानंद जी को उनके जन्म दिवस के अवसर पर कोटि-कोटि नमन और श्रद्धा भाव से प्रणाम,, आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामनाएं



 
Read my thoughts on YourQuote app at https://www.yourquote.in/dillki-122-pallavi-bidls/quotes/yuvaa-divs-read-capction-cisukj

©dilki feeling143

मेरे प्रिय वक़्त सुनो ना कहीं गम भरने हैं तुम जरा मलहम तो बन जाओ,,,। मेरे प्रिय वक़्त सुनो ना जरा जरा विराम करो जरा रुक जाओ शाइस्ता शाइस्ता चलो मेरे महबूब आए हैं मुझसे मिलने,,,। मेरे प्रिय वक़्त सुना है तेरी तेज गति हवाओ से भी तेज है फिर क्यों जब यादों का गमों का उदासीन का वक्त होता हैं फिर क्यों तू तब कछुए की चाल चलने लगता है! ©dilki feeling143

#कविता #लाइफ #ujala  मेरे प्रिय वक़्त

सुनो ना कहीं गम भरने हैं
 तुम जरा मलहम तो बन जाओ,,,।
मेरे प्रिय वक़्त
सुनो ना जरा
जरा विराम करो जरा रुक जाओ 
शाइस्ता शाइस्ता चलो
 मेरे महबूब आए हैं 
मुझसे मिलने,,,।
मेरे प्रिय वक़्त
सुना है तेरी तेज गति 
हवाओ से भी तेज है
 फिर क्यों जब 
यादों का गमों का 
उदासीन का वक्त होता हैं
फिर क्यों तू तब
 कछुए की चाल चलने लगता है!

©dilki feeling143

भक्त मुझे सिखाता है आगे ही बढ़ते रहना है भूल कर हर गम को हर पल मुस्कुरा कर आगे ही बढ़ते रहना,,,। भक्त मुझे सिखाता है हर परिस्थिति हर स्थिति का अगले ही पल खत्म हो जाना है,,,।। ©dilki feeling143

#प्रेरक #Winter  भक्त मुझे सिखाता है

आगे ही बढ़ते रहना है
भूल कर हर गम को
हर पल मुस्कुरा कर
 आगे ही बढ़ते रहना,,,।

भक्त मुझे सिखाता है
 हर परिस्थिति हर स्थिति का
 अगले ही पल खत्म हो जाना है,,,।।

©dilki feeling143

#Winter

6 Love

आंखों का सागर अधिक गहरा है यह आंखों का सागर डूब जाओ तो बस डूबते है ही चले जाओ भावना के भवसागर में इसमें भी किनारा नहीं उस सागर की तरह,,,। ©dilki feeling143

#शायरी #Dark  आंखों का सागर   

अधिक गहरा है 
यह आंखों का सागर 
डूब जाओ तो
 बस डूबते है ही चले जाओ
भावना के भवसागर में 
 इसमें भी किनारा नहीं
 उस सागर की तरह,,,।

©dilki feeling143

#Life #Love #Dark

7 Love

एक यात्रा ऐसी भी एक शख्स त्याग कर धन की माया विलीन हो चला पांच तत्वों में,,,, वही दूसरा शख्स अब भी व्यर्थ में मोह माया धन के पीछे भागता चला जा रहा है,,,। डूब गई जीवन की ज्योति सूर्योदय के साथ,,, आशा उम्मीद की नई किरण के साथ फिर से उदय होगी किस देहे में सपनों के साथ जगमगाते गगन को अपनी कीरणो से रोशन कर देगा वह रवि भी,,,। एक यात्रा ऐसी भी डूबते निराशा की उम्मीद के साथ फिर से आशा की ज्योति जलाते,, देह त्याग करता शरीर पंचतत्व में विलीन होने चला उसी वक्त सूर्य का अस्त होना मानो फिर से आशा जगा रही है नए सवेरे की,,,। ©dilki feeling143

#ज़िन्दगी #SunSet #Dark #dead  एक यात्रा ऐसी भी

एक शख्स त्याग कर धन की माया
 विलीन हो चला पांच तत्वों में,,,,
वही दूसरा शख्स अब भी व्यर्थ में
मोह माया धन के पीछे भागता 
चला जा रहा है,,,।
डूब गई जीवन की ज्योति 
  सूर्योदय के साथ,,,
आशा उम्मीद की नई किरण के साथ 
फिर से उदय होगी किस देहे में
 सपनों के साथ जगमगाते
 गगन को अपनी कीरणो से
 रोशन कर देगा वह रवि भी,,,।
एक यात्रा ऐसी भी
डूबते निराशा की उम्मीद के साथ
 फिर से आशा की ज्योति जलाते,,
देह त्याग करता शरीर पंचतत्व में विलीन होने चला
उसी वक्त सूर्य  का अस्त होना
मानो फिर से आशा जगा रही है नए सवेरे की,,,।

©dilki feeling143

#life #dead #SunSet #Dark

7 Love

कुंवारी स्त्री उसके माथे की ये रंग बिरंगी बिंदी उसके आजादी स्वतंत्रता का प्रतीक है,,,।।। सुहागन स्त्री उसके माथे की लाल बिंदी उसके स्वाभिमान,,,, किसी के दीर्घायु की कामना का प्रतीक है,,,। विधवा स्त्री उसके माथे पर चंदन का टीका उसके त्याग बलिदान समर्पण की भावना का प्रतीक है,,,। ©dilki feeling143

#ज़िन्दगी #thought_of_the_day #sagarkinare #Women  कुंवारी स्त्री
उसके माथे की  ये रंग बिरंगी बिंदी 
उसके आजादी स्वतंत्रता का प्रतीक है,,,।।।

सुहागन स्त्री
उसके माथे की लाल बिंदी 
उसके स्वाभिमान,,,,
किसी के दीर्घायु की कामना का प्रतीक है,,,।

विधवा स्त्री
उसके माथे पर चंदन का टीका
उसके त्याग बलिदान
 समर्पण की भावना का प्रतीक है,,,।

©dilki feeling143
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