Ashutosh Mishra(निर्वाण)

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दलदल में नया मकान बनाऊं कैसे मैं तुम्हे छोड़ आगे बढ़ जाऊ कैसे शायद रहा होगा आसान तुम्हारे लिए बरसात मे नया आसरा ढूंढना मगर मेरा मसला ये है की आँसूओ की बारिश मे तुम्हारी यादों को जलाऊ कैसे, ©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

#Joker  दलदल में नया मकान बनाऊं कैसे 

मैं तुम्हे छोड़ आगे बढ़ जाऊ कैसे 

शायद रहा होगा आसान तुम्हारे लिए 

बरसात मे नया आसरा ढूंढना 

मगर मेरा मसला ये है की 

आँसूओ की बारिश मे तुम्हारी यादों को जलाऊ कैसे,

©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

दलदल में नया मकान बनाऊं कैसे मैं तुम्हे छोड़ आगे बढ़ जाऊ कैसे शायद रहा होगा आसान तुम्हारे लिए बरसात मे नया आसरा ढूंढना

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हमने तुम्हे कुछ बताया था अपना समझकर हमे कहां मालूम था तुम पंचायत शुरू कर दोगे अगर तुम्हे साथ नही देना था तो नही देते हमे कहां मालूम था तुम हमे गिराने की कवायत शुरू कर दोगे. ©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

#Sea  हमने तुम्हे कुछ बताया था अपना समझकर

 हमे कहां मालूम था तुम पंचायत शुरू कर दोगे 


अगर तुम्हे साथ नही देना था तो नही देते 

हमे कहां मालूम था तुम हमे गिराने की कवायत शुरू कर दोगे.

©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

हमने तुम्हे कुछ बताया था अपना समझकर हमे कहां मालूम था तुम पंचायत शुरू कर दोगे अगर तुम्हे साथ नही देना था तो नही देते हमे कहां मालूम था तुम हमे गिराने की कवायत शुरू कर दोगे.

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जब इंसान खुद पर आ जाए तो पहाड़ भी पिघलने लगते है मगर एक कड़वा सच ये भी है जब आप अपनो से भी ऊपर उठ जाओ तो अपने भी जलने लगते है.. ©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

#RIPSidhuMoosewala  जब इंसान खुद पर आ जाए तो पहाड़ भी पिघलने लगते है

मगर एक कड़वा सच ये भी है

जब आप अपनो से भी ऊपर उठ जाओ 

तो अपने भी जलने लगते है..

©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

जब इंसान खुद पर आ जाए तो पहाड़ भी पिघलने लगते है मगर एक कड़वा सच ये भी जब आप अपनो से भी ऊपर उठ जाओ तो अपने भी जलने लगते है #RIPSidhuMoosewala

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नया लिखकर पुराना हमेशा फाड़ देता हूं बस कुछ इस तरह जीवन को हमेशा नया उपहार देता हूं मै उलझ ना जाऊं कही रिश्तों के गहरे भंवर में बस घर से निकलने से पहले हमेशा नजर अपनी उतार देता हूं.. ©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

 नया लिखकर पुराना हमेशा फाड़ देता हूं 

बस कुछ इस तरह जीवन को हमेशा नया उपहार देता हूं

मै उलझ ना जाऊं कही रिश्तों के गहरे भंवर में 

बस घर से निकलने से पहले हमेशा नजर अपनी उतार देता हूं..

©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

नया लिखकर पुराना हमेशा फाड़ देता हूं बस कुछ इस तरह जीवन को हमेशा नया उपहार देता है मै उलझ ना जाऊं कही रिश्तों के गहरे भंवर में बस घर से निकलने से पहले हमेशा नजर अपनी उतार देता हूं.. #Thoughts

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अगर हो मौका पास मेरे बस मुझे तुम्हारा होना है मेरा पसंदीदा तकिया भींग चुका है पूरी तरह आसुओं से मुझे बस एक बार तुम्हे गले लगाकर रोना है .... ©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

#leaf  अगर हो मौका पास मेरे
 
बस मुझे तुम्हारा होना है 

 मेरा पसंदीदा तकिया भींग चुका है

 पूरी तरह आसुओं से 

 मुझे बस एक बार तुम्हे गले लगाकर रोना है ....

©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

अगर हो मौका पास मेरे बस मुझे तुम्हारा होना है मेरा पसंदीदा तकिया भींग चुका है पूरी तरह आसुओं से

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जितना दुखो से विरह से मेरा सामना होता रहेगा दुनिया को बेहतर और बेहतर मेरा जानना होता रहेगा ©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

#standout  जितना दुखो से विरह से मेरा सामना होता रहेगा 

दुनिया को बेहतर और बेहतर मेरा जानना होता रहेगा

©Ashutosh Mishra(निर्वाण)

जितना दुखो से विरह से मेरा सामना होता रहेगा दुनिया को बेहतर और बेहतर मेरा जानना होता रहेगा #standout

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