क्या आपके साथ ऐसा हुआ है...
एक इंसान पहली ही नजर में अपनासा लगने लगे...
या पूरा हो गया सपनासा लगने लगे..
हुआ है ऐसा कभी ?
My view__
या तो पराए थे या... टूटे हुए सपने थे
फिर एक आदत भी बन गई थी....
अपनेपन की ख्वाहिश.....पराएपन की नुमाइश
दुसरी आदत _ ङर
((दिल को आजमाइश के चूल्हे में मत डालो))
अब एक ही ख्वाहिश:-
ना किसी से बात करके बात बनी
ना किसी के साथ चलकर कहीं पहुंचे
फिर एक मोड़ आया...
वो मिले मुझे देखा...पता नहीं क्या देखा
मैं मिली मैंने देखा...पता नहीं क्या देखा
Priya Sv Purohit
तुम्हारा और हमारा PRODUCTION
एक ही FACTORY मे हुआ है.....
अगर अलग-अलग होता तो कही तुम पर या मेरे पर
भगवान या अल्लाह का ठप्पा लगा होता....
वैसे एक बात कहूँ जिंदगी नाम की इस FACTORY का मालिक एक है ।।🙂🤟
priya Sv Purohit
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