Shrikant Pachahara

Shrikant Pachahara

मेरा लहजा मेरा रुतबा मेरा हर राज लफ्जों में गूंगी जो हो चुकी है जिंदगी आवाज लफ्जों में ॥ Instagram Profile:- https://www.instagram.com/poetry_shrikant?r=nametag

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फतवा हुआ हमारे कत्ल का जारी, आवाज निकलना भी होगा कसूर इश्क ने इश्क से पुकारा हमें, उसे पता था हम बोलेंगे जरूर ॥ ©Shrikant Pachahara

#शायरी #sher  फतवा हुआ हमारे कत्ल का जारी, आवाज निकलना भी होगा कसूर

इश्क ने इश्क से पुकारा हमें, उसे पता था हम बोलेंगे जरूर ॥

©Shrikant Pachahara

#shayari #sher

2 Love

एहसास वही रहे पर अब आहें बदल गयीं किरदार वही रहे पर कथायें बदल गयीं तुम कहते थे जिऐंगे हम यूंही उम्रभर एक साथ हम-तुम वही रहे पर सदायें बदल गयीं ॥ ©Shrikant Pachahara

 एहसास वही रहे पर अब आहें बदल गयीं

किरदार वही रहे पर कथायें बदल गयीं

तुम कहते थे जिऐंगे हम यूंही उम्रभर एक साथ

हम-तुम वही रहे पर सदायें बदल गयीं ॥

©Shrikant Pachahara

#सदायें=#बातें #शायरी #श्रीकांत

2 Love

तेरा मेरा एक ठिकाना, तू वहीं मैं भी वहीं कुछ भी बोले ये जमाना, तू सही मैं भी सही तू और मैं एक नाव के साथी साथ साथ चले जाते हैं जुदा करे गर कोई बहाना, तू नहीं मैं भी नहीं ॥ ©Shrikant Pachahara

#follow=आशीर्वाद #Comment  तेरा मेरा एक ठिकाना, तू वहीं मैं भी वहीं
कुछ भी बोले ये जमाना, तू सही मैं भी सही
तू और मैं एक नाव के साथी साथ साथ चले जाते हैं
जुदा करे गर कोई बहाना, तू नहीं मैं भी नहीं ॥

©Shrikant Pachahara

दिल से बस मैं पाक रहा हूं तुम यकीं करके देखो बैठा तुमको ताक रहा हूं एक नजर ऊपर देखो तुम सीधी मैं सीधा साधा किशन हूं मैं तुम मेरी राधा बंशी तट पर बजा रहा हूं प्यार करो सुनकर देखो।। ©Shrikant Pachahara

#शायरी #Comment #follow #share #Like  दिल से बस मैं पाक रहा हूं तुम यकीं करके देखो
बैठा तुमको ताक रहा हूं एक नजर ऊपर देखो 
तुम सीधी मैं सीधा साधा किशन हूं मैं तुम मेरी राधा 
बंशी तट पर बजा रहा हूं प्यार करो सुनकर देखो।।

©Shrikant Pachahara

एहसास वही रहे पर अब आहें बदल गयीं किरदार वही रहे पर कथायें बदल गयीं तुम कहती थीं जिऐंगे हम यूंही उम्रभर एक साथ हम-तुम वही रहे पर सदायें बदल गयीं ॥ ©Shrikant Pachahara

#शायरी #Comment #follow #share  एहसास वही रहे पर अब आहें बदल गयीं

किरदार वही रहे पर कथायें बदल गयीं

तुम कहती थीं जिऐंगे हम यूंही उम्रभर एक साथ

हम-तुम वही रहे पर सदायें बदल गयीं ॥

©Shrikant Pachahara

मेरे कमरे में एक दफा झांकती है वो खुद सो जाने से पहले हर पल मेरे ख्याल में रहती है वो मेरे आने से पहले तेरा पेट भरा क्या ? कहीं तू अभी भूखा तो नहीं ? पूछा मुझसे माँ ने निवाला अपने मुँह तक ले जाने से पहले ॥ ©Shrikant Pachahara

#आशीर्वाद #शायरी #माँ #Comment #follow  मेरे कमरे में एक दफा झांकती है वो खुद सो जाने से पहले

हर पल मेरे ख्याल में रहती है वो मेरे आने से पहले

तेरा पेट भरा क्या ? कहीं तू अभी भूखा तो नहीं ?

पूछा मुझसे माँ ने निवाला अपने मुँह तक ले जाने से पहले ॥

©Shrikant Pachahara
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