हमारी मजबूरियों का फायदा
दुसरे तो दुसरे , अपनों ने भी उठाया ,
हमारी खामोशियों पर अपना हुकुम चलाया,
हम जबाव देंगे उन सब को, उन हालातों को भी,
जिन्होंने हमारे बुरे वक्त पर हमें और नीचा दिखाया!
आज किस्मत हमें नचा रही हैं .
कल हम किस्मत को नचाएंगे!
यूंहीं नहीं चुप्पी साधी हैं .
कल हम उन सब को बतलाएंगे!!
©Sumit Roy
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