वो गुमशुम है, तुम उसके हो, क्या करते हो, तुम उसके हो, बातें करते चुप हो जाए, क्यों हो जाएं, क्या सुनते हो? बस वो ऐसा, ऐसा ही है, ये कहते हो, क्यों,, कहते हो?
दर्द में जीता, आज से है वो, तुम तो बरसों से संग रहते हो, शायद अब सब याद करोगे, शिकवे गिले, सभी फ़रियादें,
क्या अब सबकुछ माफ़ करोगे, कर पाओगे कुछ, वो आये, अब वो उखड़ा-उखड़ा सा है, बिल्कुल सबसे जुदा है रहता,
साथ रहोगे, तो समझोगे, क्यों उसको कुछ रास ना आये, अब तो चला गया है वो, क्यों सब बीतीं बातों को दोहराएं, पहले से कुछ कहते सुनते, तो कुछ कहते कि वो रूक जाएं,
©Nishank Pandey
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