shamiya Khan

shamiya Khan

I love books reading.

  • Latest
  • Popular
  • Video

मुझे फुर्सत कहाँ कि मौसम सुहाना देखूं मैं तेरी याद से बाहर निकलू तो जमाना देखूं।

 मुझे फुर्सत कहाँ कि मौसम सुहाना देखूं 
मैं तेरी याद से बाहर निकलू तो जमाना देखूं।

Missing

68 Love

तेरा इंतज़ार तुझपे एतबार आज भी करते हैं तू यकीन कर या न कर तेरा इन्तजार हम आज भी करते हैं

#intezar  तेरा इंतज़ार तुझपे एतबार आज भी करते हैं 
तू यकीन कर या न कर 
तेरा इन्तजार हम आज भी करते हैं

#intezar

62 Love

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

 खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, 
तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

52 Love

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

 खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, 
तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

45 Love

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

 खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, 
तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

40 Love

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

 खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, 
तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

खूबसूरत दिल बड़ी मुश्किल से पाया है तुम्हें अब खो नहीं सकती, तुम्हारी थी तुम्हारी हूँ किसी की अब हो नहीं सकती!

37 Love

Trending Topic