M.Alam. Ansari

M.Alam. Ansari Lives in Bihar, Bihar, India

Hamne dil laga liya,, Phir ishq ne hame rula diya,, +97338171010 whatsapp number

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 मुहब्बत भी इन फूलों कि तरह होती हैं,, 
पहले खिलती हैं और फिर मुर्झा जाती हैं,,

©M.Alam. Ansari

मुहब्बत भी इन फूलों कि तरह होती हैं,, पहले खिलती हैं और फिर मुर्झा जाती हैं,, ©M.Alam. Ansari

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तू जहां भी रहे, जा सलामत रहे तुझ पे रब की हमेशा इनायत रहे सारी खुशियों से दामन भरा हो तेरा सब बलाओं से तेरी हिफ़ाज़त रहे ख़ूबसूरत रहेगी हमारी ग़ज़ल यूं ही क़ायम तुम्हारी नज़ाकत रहे गर मुसीबत भी आए तो मुझ तक रहे तेरे हिस्से में सारी फ़राग़त रहे जो ग़ज़ल है लब ए दिल पे बैठी हुई हर जनम में वो मेरी अमानत रहे कुछ रहे न रहे अंसारी की है दुआ प्यार हमलोगों में ता क़यामत रहे ©M.Alam. Ansari

#शायरी  तू जहां भी रहे, जा सलामत रहे
तुझ पे रब की हमेशा इनायत रहे

सारी खुशियों से दामन भरा हो तेरा
सब बलाओं से तेरी हिफ़ाज़त रहे

ख़ूबसूरत रहेगी हमारी ग़ज़ल
यूं ही क़ायम तुम्हारी नज़ाकत रहे

गर मुसीबत भी आए तो मुझ तक रहे
तेरे हिस्से में सारी फ़राग़त रहे

जो ग़ज़ल है लब ए दिल पे बैठी हुई
हर जनम में वो मेरी अमानत रहे

कुछ रहे न रहे अंसारी की है दुआ
प्यार हमलोगों में ता क़यामत रहे

©M.Alam. Ansari

तू जहां भी रहे, जा सलामत रहे तुझ पे रब की हमेशा इनायत रहे सारी खुशियों से दामन भरा हो तेरा सब बलाओं से तेरी हिफ़ाज़त रहे ख़ूबसूरत रहेगी हमारी ग़ज़ल यूं ही क़ायम तुम्हारी नज़ाकत रहे गर मुसीबत भी आए तो मुझ तक रहे तेरे हिस्से में सारी फ़राग़त रहे जो ग़ज़ल है लब ए दिल पे बैठी हुई हर जनम में वो मेरी अमानत रहे कुछ रहे न रहे अंसारी की है दुआ प्यार हमलोगों में ता क़यामत रहे ©M.Alam. Ansari

9 Love

हमारी तरह किसी की उरान थोड़ी हैं,, जहा पे मैं हूं वहा पे समान थोड़ी हैं,, बस एक खुलुस कि धागा है जिन्दगी,, बिखरते टूटते रिश्तों में कोई जान थोड़ी हैं,, गजल के शहर में हजारों शायर हैं लेकिन,, किसी के मीर से ज्यादा मकाम थोड़ी हैं,, हमारा प्यार महकता हैं उसकी सांसों में,, बदन में उसके कोई जाफरान थोड़ी हैं,,, ©M.Alam. Ansari

#शायरी  हमारी तरह किसी की उरान थोड़ी हैं,,
जहा पे मैं हूं वहा पे समान थोड़ी हैं,,

 बस एक खुलुस कि धागा है जिन्दगी,, 
बिखरते टूटते रिश्तों में कोई जान थोड़ी हैं,,

गजल के शहर में हजारों शायर हैं लेकिन,, 
किसी के मीर से ज्यादा मकाम थोड़ी हैं,, 

हमारा प्यार महकता हैं उसकी सांसों में,, 
बदन में उसके कोई जाफरान थोड़ी हैं,,,

©M.Alam. Ansari

हमारी तरह किसी की उरान थोड़ी हैं,, जहा पे मैं हूं वहा पे समान थोड़ी हैं,, बस एक खुलुस कि धागा है जिन्दगी,, बिखरते टूटते रिश्तों में कोई जान थोड़ी हैं,, गजल के शहर में हजारों शायर हैं लेकिन,, किसी के मीर से ज्यादा मकाम थोड़ी हैं,, हमारा प्यार महकता हैं उसकी सांसों में,, बदन में उसके कोई जाफरान थोड़ी हैं,,, ©M.Alam. Ansari

14 Love

पल-पल किसी के लिए यूँ तड़पना अच्छा नहीं होता रातों में किसी की याद में यूँ मरना अच्छा नहीं होता तुम यहाँ दिल जलाते हो, वो खुश किसी और के साथ उनके पीछे यूँ छोड़ के सब चलना अच्छा नहीं होता वो तुमको नज़रंदाज़ करें, तुम उन्हें देख के रोते हो पत्थर दिल बनो तुम भी, पिघलना अच्छा नहीं होता उनसे वफ़ा की उम्मीद जैसे उम्मीद रेगिस्तान में पानी की पाने को उनको खुद की नज़रों में गिरना अच्छा नहीं होता जिस महफ़िल ने लूटा और दिए है दर्द हज़ारों भी ऐसी महफ़िल में फिर से जाना अच्छा नहीं होता तेरे पास है तेरे चाहनेवाले बस इन्हें तू सँभाल के रख किसी बेवफ़ा के ख़ातिर छोड़ इन्हें देना अच्छा नहीं होता ©M.Alam. Ansari

#शायरी #Dark  पल-पल किसी के लिए यूँ तड़पना अच्छा नहीं होता
रातों में किसी की याद में यूँ मरना अच्छा नहीं होता

तुम यहाँ दिल जलाते हो, वो खुश किसी और के साथ
उनके पीछे यूँ छोड़ के सब चलना अच्छा नहीं होता

वो तुमको नज़रंदाज़ करें, तुम उन्हें देख के रोते हो
पत्थर दिल बनो तुम भी, पिघलना अच्छा नहीं होता






उनसे वफ़ा की उम्मीद जैसे उम्मीद रेगिस्तान में पानी की
पाने को उनको खुद की नज़रों में गिरना अच्छा नहीं होता

जिस महफ़िल ने लूटा और दिए है दर्द हज़ारों भी
ऐसी महफ़िल में फिर से जाना अच्छा नहीं होता

तेरे पास है तेरे चाहनेवाले बस इन्हें तू सँभाल के रख
किसी बेवफ़ा के ख़ातिर छोड़ इन्हें देना अच्छा नहीं होता

©M.Alam. Ansari

#Dark

16 Love

रोग ये कैसा लाइलाज है,, दिल में लगीं ये रोग बेहिसाब है,, तन्हाइयों कि दिन तो बहुत मुस्किल से कट जाती हैं यारों,, सिहा रातों में दर्द दिल मे उठती क्यू बेहिसाब है,, ©M.Alam. Ansari

#शायरी #meltingdown  रोग ये कैसा लाइलाज है,,
दिल में लगीं ये रोग बेहिसाब है,, तन्हाइयों कि दिन तो बहुत मुस्किल से कट जाती हैं यारों,, सिहा रातों में दर्द दिल मे उठती क्यू बेहिसाब है,,

©M.Alam. Ansari

#meltingdown

17 Love

आए दिल तू इतना दर्द बेहिसाब ना दे,, वो चली गई हैं मुझे छोड़ के अब तू उसकी याद ना दे,, ©M.Alam. Ansari

#शायरी  आए दिल तू इतना दर्द बेहिसाब ना दे,,
वो चली गई हैं मुझे छोड़ के अब तू उसकी याद ना दे,,

©M.Alam. Ansari

#horror

11 Love

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