#RIPPriyankaReddy अब आंखें भी डूब चुकी मेरी,
अश्रुधारा के बहाव में।
नारे लगाउं मोमबत्तियां जलाउं,
या कुछ कह दूं उचित सुझाव में
कर नही पा रहे तुम कुछ भी,
बस उलझे हो निरर्थक प्रयास में।
कड़े शब्दों में निंदा करके,
भूल जाना है तुम्हारे स्वभाव में।
---शिवम तिवाड़ी
कामयाबी जिसे चाहते है हर कोई
मगर पाते है कोई कोई
जिसको जपते है हर कोई
इसके लिए तपते है कोई कोई
इस दौड़ में शामिल है हर कोई
मगर काबिल है कोई कोई
परिश्रम में छुपी है इसकी चाबी
बमुश्किल ही हासिल होती है
"कामयाबी"
----शिवम् तिवाड़ी
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here