Rocky Mishra

Rocky Mishra Lives in Allahabad, Uttar Pradesh, India

simple heart hu ...खुद से जितना ही सब कुछ है खुद से हार गए ज़िन्दगी हार गए ।

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आओ कुछ पल बात करो देर जरा कुछ साथ चलो साथ चलोगी समझ सकोगी क्या हूँ मैं? वो परख सकोगे बिन सुने फिर बोलना क्या बातों को फिर तौलना क्या यकीं और थोड़ा बढ़ जाएगा जमा हुआ सब बह जाएगा कहती तो हो साथ चलेंगे क्या मंज़िल पर साथ रहेंगी ढूंढू मैं इक सुकून ठिकाना तुम चाहो बस चलते जाना मेरी श्रद्धा को भी समझो रुको जरा फिर तुम परखो चलते चलते सब छूट जाएगा उम्मीदों का बंधन टूट जाएगा

#विचार #CalmingNature  आओ कुछ पल बात करो
देर जरा कुछ साथ चलो 
साथ चलोगी समझ सकोगी
क्या हूँ मैं? वो परख सकोगे

बिन सुने फिर बोलना क्या 
बातों को फिर तौलना क्या
यकीं और थोड़ा बढ़ जाएगा
जमा हुआ सब बह जाएगा

कहती तो हो साथ चलेंगे
क्या मंज़िल पर साथ रहेंगी
ढूंढू मैं इक सुकून ठिकाना
तुम चाहो बस चलते जाना

मेरी श्रद्धा को भी समझो
रुको जरा फिर तुम परखो
चलते चलते सब छूट जाएगा
उम्मीदों का बंधन टूट जाएगा

#CalmingNature @KRISHNA KUMAR KUSHVAHA G. P. Gupta, Dir. Trust mathematics tutorial @Radhika sweety Satyam Thakur @Tarakeshwar Dubey

7 Love

चलना नियति है हमारी दो साँसों के बीच ये जारी बादल को क्यों बांधना चाहो क्यों नश्वर को तुम साधना चाहो उमड़ घुमड़ कर बरसना चाहूं हरी धरा को तरसना चाहूं हवा बन फिर उड़ जाना है ख़ुद ही ख़ुद से जुड़ जाना है कहती हो तुम्हें प्रेम नहीं है क्यों किसी से स्नेह नहीं है बादल बन कर जब आती हो आँखों से फिर बह जाती हो... बादल बनकर जो आ जाती हो आंखों की नमी फिर बन जाती हो प्रेम तुम्हें भी हुआ था इतना करता अम्बर धरा से जितना किसकी यादों में झूम रही हो खोज में बादल बन घूम रही हो

#फीलिंग्स #विचार  चलना नियति है हमारी
दो साँसों के बीच ये जारी
बादल को क्यों बांधना चाहो
क्यों नश्वर को तुम साधना चाहो

उमड़ घुमड़ कर बरसना चाहूं
हरी धरा को तरसना चाहूं
हवा बन फिर उड़ जाना है 
ख़ुद ही ख़ुद से जुड़ जाना है

कहती हो तुम्हें प्रेम नहीं है 
क्यों किसी से स्नेह नहीं है 
बादल बन कर जब आती हो 
आँखों से फिर बह जाती हो...

बादल बनकर जो आ जाती हो 
आंखों की नमी फिर बन जाती हो

प्रेम तुम्हें भी हुआ था इतना 
करता अम्बर धरा से जितना 
किसकी यादों में झूम रही हो 
खोज में बादल बन घूम रही हो

जला के राख कर अब मेरे सब ख्याल को ख्याल तेरा ही बस मेरे ख्यालों में रहे ।। प्रेम ही परमात्मा तक कि यात्रा है परमात्मा प्रेम है । परमात्मा को छोड़ दो तो भी जीवन चलेगा । लेकिन प्रेम को छोड़ दिया तो जीवन का अंत निश्चित है । प्रेम पर ही जीवन की निव टिकी है । प्रेम टुटा या छुटा तो उस पर निर्मित यह शरीर तास के पत्तो की तरह बिखर जाता है । परमात्मा को चाहे तो भूल जाओ, पर प्रेम को कभी मत भूलना । तुम्हारे पास प्रेम है तो परमात्मा खिचा चला आयेगा । प्रेम नही है तो स्वयं तुम्हारा अस्तित्व भी ना रहेगा । तुम्हारे अंदर प्रेम नहीं है तो परमात्मा भी तुम्हे पत्थर की मुर्ति की तरह मंदिरों में पड़ा दिखाई देगा । प्रेम विना सब मुर्दा, लाश की तरह है । प्रेम विना शरीर शरीर ही रह जायेगा और उससे जीवन खो जाएगा । भक्ति का सारा सूत्र प्रेम है । और प्रेम से सब का जन्म हुवा है । प्रेम से ही सृष्टि का विकास हुवा है। परमात्मा प्रेम की आत्यंतिक नियति अंतिम खिलावट है , आखिरी ऊंचाई है । संगीत की आखिरी छलांग है । सुर का अंतिम राग है । परमात्मा प्रेम का ही सघन रूप है । जिसने प्रेम को समझ लिया । वह परमात्मा को आसानी से समझ लेगा । परमात्मा को भीड में भी पहचान लेगा । वह कोयले से हीरा निकाल लेगा और समुद्र के गहरे तल से मोती प्राप्त कर लेगा । लेकिन जिसने प्रेम को नही समझा,वह परमात्मा को क्या समझेगा, प्रेमको नही जाना वह परमात्मा प्राप्ति से चूक जायेगा । वह परमात्मा को समझ ही नही पायेगा । वह परमात्मा से चूक जाएगा ।जिसने काम को जाना वही प्रेम को समझ सकता है वही परमात्मा की यात्रा पर जा सकता है।

#विचार #RaysOfHope  जला के राख कर अब मेरे सब ख्याल को
ख्याल तेरा ही बस मेरे ख्यालों में रहे ।।
प्रेम ही परमात्मा तक कि यात्रा है
परमात्मा प्रेम है । परमात्मा को छोड़ दो तो भी जीवन चलेगा । लेकिन प्रेम को छोड़ दिया तो जीवन का अंत निश्चित है । प्रेम पर ही जीवन की निव टिकी है । प्रेम टुटा या छुटा तो उस पर निर्मित यह शरीर तास के पत्तो की तरह बिखर जाता है । परमात्मा को चाहे तो भूल जाओ, पर प्रेम को कभी मत भूलना । तुम्हारे पास प्रेम है तो परमात्मा खिचा चला आयेगा । प्रेम नही है तो स्वयं तुम्हारा अस्तित्व भी ना रहेगा । तुम्हारे अंदर प्रेम नहीं है तो परमात्मा भी तुम्हे पत्थर की मुर्ति की तरह मंदिरों में पड़ा दिखाई देगा । प्रेम विना सब मुर्दा, लाश की तरह है । प्रेम विना शरीर शरीर ही रह जायेगा और उससे जीवन खो जाएगा ।
भक्ति का सारा सूत्र प्रेम है । और प्रेम से सब का जन्म हुवा है । प्रेम से ही सृष्टि का विकास हुवा है। परमात्मा प्रेम की आत्यंतिक नियति अंतिम खिलावट है , आखिरी ऊंचाई है । संगीत की आखिरी छलांग है । सुर का अंतिम राग है । परमात्मा प्रेम का ही सघन रूप है । जिसने प्रेम को समझ लिया । वह परमात्मा को आसानी से समझ लेगा । परमात्मा को भीड में भी पहचान लेगा । वह कोयले से हीरा निकाल लेगा और समुद्र के गहरे तल से मोती प्राप्त कर लेगा । लेकिन जिसने प्रेम को नही समझा,वह परमात्मा को क्या समझेगा, प्रेमको नही जाना वह परमात्मा प्राप्ति से चूक जायेगा । वह परमात्मा को समझ ही नही पायेगा । वह परमात्मा से चूक जाएगा ।जिसने काम को जाना वही प्रेम को समझ सकता है वही परमात्मा की यात्रा पर जा सकता है।
#lovebeat #Aayengi #Bhare #Nhi #Ye #Ab

जुनूँ ही साथ रहे ज़िंदगी में मेरे हबीब सफ़र में और कोई हम-सफ़र मिले न मिले

#alone  जुनूँ ही साथ रहे ज़िंदगी में मेरे हबीब
सफ़र में और कोई हम-सफ़र मिले न मिले

#alone

15 Love

जिससे चाहते है हुम्म दिल-ओ-जान से, वो करते है हमसे-ए-इश्क़ किसी और से, कैसी दर्द-ए-तकदीर हैं हमारी यारो, जो मार गई जी-ते-जी हुमको..

 जिससे चाहते है हुम्म दिल-ओ-जान से,
वो करते है हमसे-ए-इश्क़ किसी और से,
कैसी दर्द-ए-तकदीर हैं हमारी यारो,
जो मार गई जी-ते-जी हुमको..

#😊

10 Love

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