विजय बाबू

विजय बाबू Lives in Bhagalpur, Bihar, India

शायर नही हु,बस जो बीती है वही सुनाता हूं।

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कह रहा हूँ न मान लो, की अभी लत मत लगाओ, नही तो फिर यही लात मारेगी। 🤨🤨🤨

#बात  कह रहा हूँ न मान लो,

की अभी लत मत लगाओ,
नही तो फिर यही लात मारेगी।

🤨🤨🤨

कह रहा हूँ न मान लो, की अभी लत मत लगाओ, नही तो फिर यही लात मारेगी। 🤨🤨🤨

8 Love

कभी कभी सोचता हूं, *की मैने किसी के साथ वक्त बिताया था या फिर उसके चक्कर मे वक्त गवाया था।* 🤨🤨🤨

#अनुभव #BreakUp  कभी कभी सोचता हूं,

*की मैने किसी के साथ वक्त बिताया था या फिर उसके चक्कर मे वक्त गवाया था।*


🤨🤨🤨

#BreakUp

13 Love

तुम मास्क मत लगाना, चेहरे पे परत तो कई, पहले से हैं तुम्हारे।

#बात  तुम मास्क मत लगाना,

चेहरे पे परत तो कई,
पहले से हैं तुम्हारे।

तुम मास्क मत लगाना, चेहरे पे परत तो कई, पहले से हैं तुम्हारे।

10 Love

यहां रिश्ते बनाओ तो "एग्रीमेंट करा लो" "लोग निभाते-निभाते मुकर जाते हैं"

 यहां रिश्ते बनाओ तो 
"एग्रीमेंट करा लो"

"लोग निभाते-निभाते मुकर जाते हैं"

यहां रिश्ते बनाओ तो "एग्रीमेंट करा लो" "लोग निभाते-निभाते मुकर जाते हैं"

8 Love

चित्र तो अच्छा ही था, "बस चरित्र को पढ़ नही पाया"

#बात  चित्र तो अच्छा ही था,

"बस चरित्र को पढ़ नही पाया"

चित्र तो अच्छा ही था, "बस चरित्र को पढ़ नही पाया"

9 Love

बहोत करीब से वो फिसला मेरे नसीब से, मानो जैसे छूकर निकल गया, अपनी बेगुनाही तो हम भी साबित कर देते, पर हमारा गवाह ही मुकर गया। :- मैं

 बहोत करीब से वो फिसला मेरे नसीब से,
मानो जैसे छूकर निकल गया,

अपनी बेगुनाही तो हम भी साबित कर देते,
पर हमारा गवाह ही मुकर गया।
              
                                :- मैं

बहोत करीब से वो फिसला मेरे नसीब से, मानो जैसे छूकर निकल गया, अपनी बेगुनाही तो हम भी साबित कर देते, पर हमारा गवाह ही मुकर गया। :- मैं

9 Love

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