"मुझको तो ये कबूल नही, तुझे आइना भी देखें,
बस देखा था तेरी सूरत को, न और नज़ारें देखें...
हम चल दिये उन रास्तों पर, जो हमनें भी न देखें..
ये जान भी हाजिर तेरे लिए, तू माँग कर तो देखें..
दिल में बसाया तुझको हैं, न सिवा कोई तेरे..
तू सात-जन्म का साथ दियों, संग लेकर साथ फेरें...."
©Monu Rajput
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